Wedding Season: वेडिंग सीजन को लेकर हमेशा सभी लोग उत्साहित रहते हैं. शादी में लोग शॉपिंग पर लाखों रुपये खर्च कर देते हैं. इससे देश का व्यापार भी काफी बढ़ जाता है. CAIT की तरफ से जारी एक सर्वे के मुताबिक, देश में चल रहे शादी के मौसम में इस बार लगभग 42 लाख शादियां होने की उम्मीद है. बता दें इस बार का वेडिंग सीजर जुलाई के मिड तक चलेगा. शादी सीजन में इस बार 5.5 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है.
CAIT के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि दिल्ली में ही 4 लाख से ज्यादा शादियां होने की उम्मीद है, जिससे लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये का बिजनेस रेवेन्यू मिलेगा. पिछले साल 14 दिसंबर को खत्म हुए शादी के सीजन के दौरान करीब 35 लाख शादियां हुईं, जिसमें 4.25 लाख करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.
कितना खर्च होने का है अनुमान?
व्यापारियों के संगठन के मुताबिक, सीजन के दौरान प्रत्येक शादी पर 3 लाख रुपये का खर्च आएगा. वहीं, लगभग 10 लाख शादियों में प्रत्येक पर लगभग 6 लाख रुपये का खर्च आएगा. इसके अलावा 10 लाख शादियों में प्रति शादी 10 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है. इसके बाद 10 लाख शादियों में प्रति शादी 15 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है.
40,000 शादियों पर 1 करोड़ खर्च होने का अनुमान
इसके अलावा 6 लाख शादियों में प्रत्येक पर 25 लाख रुपये खर्च होने की उम्मीद है. 60,000 शादियों में प्रति शादी 50 लाख रुपये खर्च हो सकते हैं और 40,000 शादियों में 1 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होने की उम्मीद है.
किन सामानों की बढ़ी मांग?
CAIT ने कहा कि आम तौर पर मार्केट में कई प्रोडक्ट्स की मांग काफी ज्यादा है. शादी सीजन की वजह से कई सामान की मांग बढ़ गई है. इस लिस्ट में घर की मरम्मत, पेंटिंग, ज्वैलरी, साड़ी, फर्नीचर, रेडीमेड गारमेंट्स, कपड़े, जूते, शादी और ग्रीटिंग कार्ड, सूखे मेवे, मिठाई, फल, पूजा सामग्री, किराने का सामान, खाने का सामान, सजावट का सामान, घर की सजावट, इलेक्ट्रिकल सामान, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि का सामान शामिल है.
भरतिया और खंडेलवाल ने कहा है कि इसके अलावा दिल्ली सहित देश भर में बैंकेट हॉल, होटल, लॉन, कम्युनिटी सेंटर, सार्वजनिक पार्क, फार्महाउस और कई अन्य वेडिंग स्थल पूरी तरह से बुक हैं.