मेरठ। मेरठ में शुक्रवार को दोपहर बड़ा हादसा हो गया। यहां के दौराला में कोल्ड स्टोरेज की दीवार गिरने से सात लोगों की मौत हो गई। कई लोगों के अभी मलबे में दबे होने की आशंका है। पुलिस और प्रशासन की टीमें बचाव और राहत कार्य में जुटी हैं। एनडीआरएफ को भी बुलाया गया है। एक अनुमान के अनुसार 25 लोग मलबे में दबे हो सकते हैं। सरधना एसडीएम, डीएम, एसएसपी, कमिश्नर आदि अधिकारी पहुंचे हैं। अभी तक 10 लोगों को निकाला जा चुका है।
सीएम योगी ने भी हादसे का संज्ञान लिया है। मारे गए लोगों के प्रति दुख जताते हुए अधिकारियों को बचाव और राहत कार्य का निर्देश दिया है। किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने की हिदायत दी है।
आसपास के लोगों का कहना है अमोनिया गैस के रिसाव के कारण ब्लास्ट हुआ। इसके बाद दीवार गिरी है।हादसे के बाद अमोनिया गैस का भी रिसाव शुरू हो गया था। उसे फिलहाल रोक दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि 25 से 30 मजदूर यहां पर काम कर रहे थे। संभावना है कि कुछ मजदूर भागे भी हैं।
दौराला में ओवरब्रिज के पास ही पूर्व विधायक चंद्रवीर का कोल्ड स्टोर है। शुक्रवार दोपहर के समय कोल्ड स्टोर में 27 मजदूर काम कर रहे थे। इसी दौरान गैस का दबाव बना और धमाके के साथ बिल्डिंग जमींदोज हो गई। दोनों मंजिल का लेंटर धराशाही हो गया और सभी मजदूर अंदर दब गए।
इसके बाद तेज धमाका हुआ और आसपास करीब आधा किलोमीटर तक जमीन दहल गई। कई दुकानों के शीशे टूट गए। मौके पर चीख पुकार मची तो आसपास के लोग मदद को दौड़े। पुलिस-प्रशासन की टीम भी रेस्क्यू के लिए मौके पर दौड़ी। इस दौरान 11 लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया। इनमें से 7 लोगों की मौत होने की पुष्टि की गई है।
बाकी चार लोगों की हालत भी गंभीर बताई गई है। सूचना पर कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे, आईजी प्रवीण कुमार, एसएसपी रोहित सिंह और बाकी अफसर मौके पर दौड़े। मौके पर मलबा हटाने और मदद के लिए दर्जनभर जेसीबी को लगाया गया। इस दौरान हाहाकार मचा रहा।
मेडिकल इमरजेंसी और आसपास के अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। वहीं, कई एंबुलेंस और डॉक्टरों की टीम को मौके पर बुलाया गया है। वहीं, दूसरी ओर डॉग स्क्वायड को भी बुला लिया गया है और एनडीआरएफ को भी सूचना कर दी गई है।