अभी अभीः यूपी के किसानों को लेकर सीएम योगी ने की बड़ी घोषणा, खुशी से झूमे लोग

Just now: CM Yogi made a big announcement regarding the farmers of UP, people jumped with joy
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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य सरकार अतिवृष्टि से किसानों को हुए नुकसान का सर्वे कराएगी और क्षति की भरपाई में सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि बीते 10 दिनों से अतिवृष्टि से नुकसान हुआ है। प्रदेश के जिन 12 जनपदों में बाढ़ के कारण फसलों को नुकसान पहुंचा था, वहां पर 876 करोड़ रुपये किसानों के मुआवजे के लिए पहले ही भेज दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सूखे का भी सर्वे करा रही है। इस सीजन में 62 जनपद ऐसे हैं, जहां समय से वर्षा नहीं हुई है। इन जिलों में हमने दलहन, तिलहन और सब्जी के बीज उपलब्ध कराने के आदेश दिए थे।

ये बातें मुख्यमंत्री ने रविवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर किसानों को उन्नतिशील बीजों की मिनी किट प्रदान करते हुए कहीं। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभार्थियों को ‘मेरी पॉलिसी-मेरा खेत’ प्रमाण पत्र, पीएम कुसुम योजना के लाभार्थियों को सोलर सिंचाई पंप का स्वीकृति पत्र वितरित किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने राजकीय कृषि प्रेक्षेत्रों के लिए 21 ट्रैक्टर्स को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर पं. दीन दयाल उपाध्याय को श्रद्धांजिल भी अर्पित की।

किसानों को करें योजनाओं के प्रति जागरूक

सीएम ने कहा कि प्रदेश में अनेक योजनाएं हैं, जिनका लाभ किसानों को मिल रहा है। यहां पर एक किसान ने कहा कि मेरा खेत, मेरी पॉलिसी के जरिए मुझे 18 हजार रुपये की सहायता मिली है। ये चीजें दिखाती हैं कि यदि हम जागरूक हो जाएं और शासन की योजनाओं का लाभ लेने लगें तो उसका बेहतर लाभ मिल सकता है। आज मेरा खेत, मेरी पॉलिसी का भी शुभारंभ किया गया है और हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम हर किसानों को जागरूक करें। दूसरा, शासन की योजनाओं की जानकारी कृषि अधिकारी हर जनपद में दें।

पीएम के प्रयासों और यूपी में योजनाओं से दोगुनी हुई किसानों की आमदनी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ईमानदारी से देखा जाए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी में चल रही योजनाओं से किसानों की आमदनी दोगुनी हो गई है। भारत जैसे देश में अन्नदाता किसान प्रकृति पर निर्भर करता है। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश में रिकॉर्ड मात्रा में खाद्यान्न का उत्पादन किया गया। इसके जरिए अन्नदाता किसानों ने उत्तर प्रदेश के सामर्थ्य को व्यक्त किया है।

सीएम ने कहा कि प्रदेश का प्रत्येक किसान सरकार की योजनाओं के बारे में जानता है। सरकार की नई योजनाओं के बारे में उन्हें अभियान चलाकर जागरूक किया जा रहा है, ताकि वह अधिक से अधिक लाभ लेकर अपनी आमदनी को बढ़ा सकें। पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के प्रयासों से ईमानदारी से देखें तो किसानों की आमदनी दोगुनी से अधिक बढ़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा, आज अंत्योदय के प्रणेता पं. दीन दयाल उपाध्याय की पावन जयंती है। इस अवसर पर मुझे प्रसन्नता है कि डबल इंजन की सरकार संकट के समय अपने अन्नदाता किसान भाई-बहनों के साथ खड़ी है।

प्राकृतिक खेती यानी कार्य एक, लाभ अनेक

गो आधारित प्राकृतिक खेती की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने किसानों से इसे अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा, गो आधारित खेती, यानी कार्य एक और लाभ अनेक। पहला, जितना आप फर्टिलाइजर, केमिकल और पेस्टीसाइड उपयोग करते हैं खेत में, इस खर्च को न्यूनतम पहुंचाने का कार्य है ये। एक एकड़ खेती में 12 से 15 हजार रुपये का फर्टिलाइजर, केमिकल और पेस्टीसाइड खर्च होता है। प्राकृतिक खेती में यह खर्च मात्र एक हजार रुपये में सीमित हो जाएगा यानी प्रति किसान 10 से 12 हजार रुपये की बचत होगी। दूसरा उत्पादन उससे बेहतर हो जाएगा। तीसरा, अतिवृष्टि में भी प्राकृतिक खेती का उतना नुकसान नहीं होगा। चौथा, मार्केट में इसके दाम भी अच्छे मिलेंगे। पांचवां, गोसेवा भी हो जाएगी यानी जिस गोमाता के बिना हमारा कोई काम संपन्न नहीं होता, उस गोमाता की हम रक्षा भी कर पाएंगे। साथ-साथ हम अपनी वर्तमान और भावी पीढ़ी को बीमारियों से भी बचा पाएंगे। इसलिए इसे अपने कार्यक्रम का हिस्सा बनाएं। सरकार इसके प्रोत्साहन का काम करेगी।