- “PM मोदी ने एक बार में लॉन्च कर दिया चंद्रयान, सोनिया गांधी 21वीं बार भी नहीं कर पाएंगी राहुल की लॉन्चिंग” : अमित शाह - May 4, 2024
- सुबह उठकर शीशा देखने की है आदत, तो हो जाएं सावधान, वरना खराब हो जाएगा पूरा दिन - May 4, 2024
- मोबाइल कॉलिंग का नियम बदलेगी सरकार, कॉल आने पर नंबर के साथ दिखाई देगी ये खास जानकारी - May 4, 2024
पंजाब में सरकार बनाने वाली आम आदमी पार्टी अब हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर नजर गड़ाए हुए हैं। इस सूबे में अब तक कांग्रेस और भाजपा ही मुख्य दल रहे हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी की कोशिश इस राज्य में तीसरे दल के तौर पर उभरने की है। इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी ने हिमाचल प्रदेश की सभी 68 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी शुरू कर दी है। आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता और दिल्ली के हेल्थ मिनिस्टर सत्येंद्र जैन ने पिछले दिनों इसका ऐलान किया था। इसी कड़ी में अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान साथ मिलकर मंडी में 6 अप्रैल को रोड शो के लिए आने वाले हैं।
इस कार्यक्रम को आम आदमी पार्टी की ओर से विधानसभा चुनाव के अभियान की औपचारिक शुरुआत माना जा रहा है। आने वाले दिनों में राज्य के कई नेता आम आदमी पार्टी का हिस्सा बन सकते हैं। भाजपा में शामिल रहे नरेश वरमानी पहले ही आप में आ चुके हैं। इसके अलावा कई और नेता आने वाले कुछ महीनों में केजरीवाल की पार्टी का रुख करने की तैयारी में हैं। फिलहाल आम आदमी पार्टी की एक केंद्रीय टीम हिमाचल के दौरे पर है। खासतौर पर ऊना और कांगड़ा जिलों पर फिलहाल फोकस किया जा रहा है, जो पंजाब से सटे हुए हैं। कांगड़ा में सबसे ज्यादा 15 विधानसभा सीटें हैं।
हिमाचल प्रदेश के अलावा गुजरात में भी आम आदमी पार्टी काफी सक्रिय है। इसकी वजह यह है कि दोनों ही राज्यों में कांग्रेस और भाजपा ही मुख्य दल हैं। ऐसे में कमजोर होती कांग्रेस की जगह लेने पर नजर रख रही आम आदमी पार्टी ऐसी जगहों पर अपने लिए संभावना देखती है। बता दें कि हिमाचल में लंबे समय से तीसरे मोर्चे की कमी रही है। यहां 1998 में हिमाचल विकास कांग्रेस नाम की पार्टी उभरी थी और उसने भाजपा के साथ मिलकर सरकार भी बनाई थी, लेकिन यह ज्यादा समय तक नहीं चल सकी थी। ऐसे में अब आप इसकी कमी पूरी करने की कोशिश में जुटी है।