आगरा। आगरा में समलैंगिक विवाह का मामला प्रकाश में आया है। राजस्थान की दो लड़कियों ने घर से भागकर आपस में शादी कर ली। वह आगरा में अब तक छिपकर रह रहीं थीं। गुरुवार को दोनों ही लड़कियां अपनी सुरक्षा मांग को लेकर एक पुलिस अधिकारी के पास पहुंची थीं। बता दें कि राजस्थान की दो लड़कियों ने समलैंगिक विवाह कर लिया। विवाह से पहले दोनों लड़कियों के बीच में दोस्ती थी। धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में बदल गई। इसके बाद दोनों ने संग जीने-मरने की कसम खाते हुए शादी कर ली। शादी से पहले यह भी तय कर लिया था कि कौन दूल्हा बनेगा और कौन दुल्हन। दोनों ही युवतियां घरवालों से छिपकर आगरा में रह रही थीं। उनका परिवार शादी में रुकावट बन रहा था इसलिए वह राजस्थान से भागकर आगरा आ गईं। आगरा में आकर दोनों ने शादी रचा ली। इसके बाद छिपकर साथ-साथ रहने लगीं। दोनों लड़कियों को अब डर सताने लगा था कि परिवार के लोगों ने गुमशुदगी लिखा दी है। ढूंढते हुए पुलिस एक दिन उनके पास जरूर पहुंच जाएगी। इसलिए उन्होंने खुद ही सामने आने का फैसला किया।
पति-पत्नी की तरह रहना चाहती हैं युवतियां
युवतियों ने पुलिस को बताया कि वह लम्बे समय तक परिवार से इस तरह छिपकर नहीं रह सकती हैं। परिवार के लोग जब उनके पास पहुंचेंगे तो उन्हें अलग-अलग कर दिया जाएगा। जबकि वह एक-दूसरे के बिना नहीं रहना चाहती हैं। पुलिस उन्हें सुरक्षा प्रदान करे। वे पति-पत्नी की तरह एक-दूसरे के साथ रहना चाहती हैं।
पुलिस ने नहीं दिया कोई आश्वासन
मामले में आगरा पुलिस ने अभी कोई आश्वासन नहीं दिया है। इस तरह की विवाह को न समाज में मान्यता है और न कानूनी अधिकार। ऐसे में बतौर शादी के रूप में पुलिस उन्हें सुरक्षा कैसे दे सकती है। जानकारों का कहना है कि बालिग होने की दशा में साथ रहने का अधिकार तो मिल सकता है लेकिन समलैंगिक विवाह को कोई कानूनी मान्यता नहीं है। युवतियों ने जानकारी दी है कि उनकी गुमशुदगी दर्ज है। ऐसे में आगरा पुलिस को पहले राजस्थान पुलिस को सूचित करना होगा। युवतियों के वहां बयान दर्ज होने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय होगी।