उत्तराखंड में जंगल को आग से धधकाने की कोशिश, 5 गिरफ्तार, अब तक 196 पर केस

Attempt to set forest on fire in Uttarakhand, 5 arrested, cases against 196 till now
इस खबर को शेयर करें

देहरादून: उत्तराखंड के जंगलों में भड़की आग बुझाने का काम रविवार को दूसरे दिन भी लगातार जारी रहा। इस काम में दूसरे दिन भी एयरफोर्स के हेलीकॉप्टरों की मदद ली गई। कई इलाकों में आग पर काबू पा लिया गया जबकि गढ़वाल के खिर्सू जंगल में आग लगाने की कोशिश करते पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वन अधिकारियों ने बताया कि नैनीताल, हल्द्वानी और चंपावत वन प्रभागों के जंगलों समेत अन्य वन क्षेत्रों में भड़की आग को बुझाने की कोशिशें युद्धस्तर पर जारी हैं।

वन विभाग की ओर से जारी अपडेट के अनुसार, बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश भर में वनाग्नि की आठ नई घटनाएं सामने आई हैं। इसमें से चार कुमाउं क्षेत्र में, दो गढ़वाल क्षेत्र में जबकि दो अन्य वन्यजीव क्षेत्रों में हैं। इनसे 11.75 हेक्टेयर जंगल क्षेत्र प्रभावित हुआ है। चंपावत, नैनीताल और हल्द्वानी वन प्रभाग में सुबह आग लगने की सूचना मिली थी जिसमें से 60 फीसदी से ज्यादा जगहों पर आग बुझाई जा चुकी है। बाकी जगहों पर कोशिशें जारी हैं।

वन विभाग का कहना है कि सूबे में जंगल की आग अब काबू में आ रही है। नैनीताल के पास लड़ियाकाटा और पाइन्स के जंगलों में लगी आग बुझाने के लिए एक एमआई-17वी 5 हेलीकॉप्टर की सहायता ली गई। आग शुक्रवार को सुबह लगी थी और हाईकोर्ट कॉलोनी के पास तक पहुंच गई थी। यही नहीं इससे इलाके में यातायात भी प्रभावित हो रहा था। आग के एयरफोर्स बेस के पास पहुंचने की आशंका गहरा गई थी। इसे देखते हुए हेलीकॉप्टर की सेवाएं ली गईं।

इसने नैनी झील और भीमताल से पानी लेकर प्रभावित क्षेत्र में डाला। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि यह आग अब बुझ चुकी है। कुमाउं के प्रभावित वन क्षेत्रों में आग बुझाने के लिए वन विभाग को अतिरिक्त सरकारी वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। स्थानीय लोगों की भी सहायता ली जा रही है। पौडी में वन विभाग के कर्मचारी लोगों को जागरूक करने के लिए पहाड़ों और गांव-गांव जा रहे हैं। लाउडस्पीकर से लोगों को बताया जा रहा है कि जंगल में आग लगने की सूचना तत्काल वन अधिकारियों को दें।

बता दें कि उत्तराखंड में मवेशियों के लिए नई घास उगाने के लिए जंगलों में आग लगाने की कुप्रथा भी है। इसके खिलाफ लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जंगल में आग लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जा रही है। गढ़वाल वन प्रभाग की खिर्सू रेंज में रविवार को जंगलों में आग लगाने की कोशिश करते हुए पांच लोगों को वनकर्मियों ने गिरफ्तार कर लिया। इनके खिलाफ भारतीय वन अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। प्रदेश में 196 लोगों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत केस दर्ज किया जा चुका है।

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 23 लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया गया है। यही नहीं 29 लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है। उधर, उत्तराखंड सरकार ने वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को 15 जून तक छुट्टियां नहीं देने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जब तक जंगलों में आग पर पूरी तरह काबू नहीं पा लिया जाता तब तक वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी रद्द रहेंगी। कर्मचारियों-अधिकारियों को केवल गंभीर बीमारियों में ही छुट्टी प्रदान की जाएगी।