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पटना: जलवायु परिवर्तन का प्रकोप बिहार के लोग भी झेलने को मजबूर हैं। भीषण गर्मी में भी सूबे की हवा जहरीली हो गई है। एक तरफ जहां हीटवेव से लोग बेहाल हैं, वहीं देशभर में देश भर के सबसे प्रदूषित टॉप-3 शहरों में पटना और हाजीपुर आ गए हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद द्वारा देशभर के 254 शहरों का राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शनिवार को जारी किया गया। इसमें हाजीपुर दूसरे और पटना तीसरे स्थान पर रहा। वहीं देशभर में सबसे प्रदूषित शहर गुरुग्राम रहा। पटना का एक्यूआई 312 और हाजीपुर का 314 रहा जबकि गुरुग्राम का सूचकांक 341 रहा।
दिल्ली से भी अधिक पटना की हवा प्रदूषित हो गई है। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचाकांक (एक्यूआई) 283 पाया गया। गर्मी के सीजन में एक अप्रैल से लेकर 4 मई तक पहली बार पटना की हवा बहुत खराब श्रेणी में पहुंची है। ऐसी स्थिति अक्सर अक्टूबर से मार्च महीने में देखने को मिलती थी। अब तो गर्मी के मौसम में भी ऐसी स्थिति बन रही है। पटना शहरी क्षेत्र में 6 प्रमुख क्षेत्रों की हवा भी एक साथ सभी स्थलों पर खराब श्रेणी में पाई गई।
गांधी मैदान क्षेत्र में धूलकण 6 गुना अधिक
दानापुर से लेकर पटना सिटी तक शहर की हवा में धूलकण मानक से पांच गुना अधिक हो गए हैं। पीएम10 और पीएम2.5 यानी मोटे और महीन धूलकण की मात्रा बढ़ गई है। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद द्वारा राजधानी पटना के 6 प्रमुख स्थलों पर स्वचालित वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन लगाया गया है। सभी जगहों पर एक्यूआई खराब और बेहद खराब श्रेणी में है। गांधी मैदान क्षेत्र का एक्यूआई 365, समनपुरा का 366, पटना सिटी का 315, दानापुर का 293, तारामंडल क्षेत्र का 279 और राजवंशी नगर का 225 पहुंच गया है।