मेरठ। सिवाया टोल प्लाजा पर सोमवार दोपहर भाकियू कार्यकर्ता और टोलकर्मी के बीच मारपीट हो गई। घटना के विरोध में भाकियू कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन कर दो घंटे तक टोल फ्री कर दिया। बाद में कर्मचारी द्वारा माफी मांगने और अन्य बिंदुओं पर सहमति बनने पर धरना समाप्त हुआ।
मुजफ्फरनगर के महावीर चौक निवासी भाकियू कार्यकर्ता विशाल सोमवार को स्विफ्ट कार से मेरठ आ रहा था। विशाल का कहना है कि सिवाया टोल पर उसे पता चला कि उसके फास्टैग एकाउंट में बैलेंस नहीं है। टोल कर्मचारी ने कार साइड में खड़ी कराकर उसमें बैलेंस डलवाने को कहा। आरोप है कि टोल कर्मचारी ने दो सौ रुपये यह कहकर लिए कि फास्टैग चालू होने पर यह रुपये वापस कर दिए जाएंगे। इसको लेकर विशाल और टोल कर्मचारी राजकुमार में कहासुनी हो गई। आरोप है कि कर्मचारी ने विशाल संग मारपीट कर टीशर्ट फाड़ दी। सूचना पर भाकियू मुजफ्फरनगर जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा दो दर्जन से अधिक कारों से कार्यकर्ताओं के साथ टोल प्लाजा पर पहुंचे और नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। टोल की सभी 12 लेन को फ्री करा दिया गया। भाकियू के मेरठ जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी व संजय दौरालिया भी अपनी टीम संग पहुंच गए। मौके पर टोल प्लाजा के वरिष्ठ प्रबंधक प्रदीप चौधरी, प्रबंधक अनुज सोम के अलावा इंस्पेक्टर दौराला नरेंद्र शर्मा ने लोगों को समझाने का प्रयास किया। आरोपित टोल कर्मचारी ने कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचकर माफी मांगी। इसके बाद भी कार्यकर्ता मुकदमा दर्ज कराने पर अड़ गए। इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा ने तहरीर देने को कहा। मगर, कुछ बुजुर्गों ने समझौता कराया। वरिष्ठ प्रबंधक प्रदीप चौधरी ने बताया कि दो घंटे टोल फ्री होने पर दो लाख का नुकसान हुआ है।