बागपत। पंपों पर डीजल-पेट्रोल नहीं मिलने पर जिले में रोजाना करोड़ों रुपये का कारोबार प्रभावित हो रहा है। सैकड़ों वाहनों के पहिये थम गए हैं। भीषण गर्मी में वाहनों के इंतजार में स्टैंड पर यात्री खड़े नजर आते हैं। बाजार में ग्राहक कम हो गए हैं। आलम यह है कि किसान, मजदूर हर वर्ग को परेशानी हो रही है।
इस संबंध में पश्चिमी उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के संगठन मंत्री नंदलाल डोगरा का कहना है कि डीजल-पेट्रोल की कमी से दूसरे स्थानों से सामान बहुत कम आ रहा है। ग्राहक भी मार्केट में कम आ रहे हैं। इससे 25 प्रतिशत कारोबार प्रभावित हो रहा है। मेरठ-बागपत-छपरौली-टांडा मोटर बस यूनियन के सचिव चौधरी हिम्मत सिंह का कहना है कि बसों को समय पर डीजल नहीं मिल रहा है। इसी वजह से बसों के चक्कर घट गए हैं। 39 में से 29 बस ही रोड पर चल पा रही हैं। जैन ट्रांसपोर्ट कंपनी के स्वामी अमित जैन का कहना है कि डीजल, पेट्रोल के इंतजार में पंपों पर कई-कई घंटे वाहन खड़े रहते हैं। समय पर वाहन गंतव्य स्थानों पर नहीं पहुंच पा रहे हैं। इससे हर किसी को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
किसान सुभाष नैन का कहना है कि गर्मी में बिजली कम आने से फसलों की इंजन चलाकर सिंचाई कर लेते थे, लेकिन डीजल नहीं मिलने से इंजन भी नहीं चल पा रहे हैं। इससे फसल को नुकसान हो रहा है।
धान की रोपाई प्रभावित हो रही है। 48 में से 35 पंपों पर डीजल, पेट्रोल की कमी है। आमजन की परेशानी को देखते हुए पेट्रोलियम कंपनियों को पत्राचार किया जा रहा है।