20 हजार में शुरू करें ये बिजनेस, सालाना 4 लाख की होगी कमाई; PM मोदी ने भी किया था जिक्र

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नई द‍िल्‍ली। नौकरी करने वाले अक्‍सर ब‍िजनेस के बारे में सोचते हैं. लेक‍िन यद‍ि आप वाकई ब‍िजनेस शुरू करना चाहते हैं तो हम आपको समय-समय पर कुछ Business Idea बताते रहते हैं. आज फ‍िर हम आपके लिए एक नया ब‍िजनेस आइडिया लेकर आए हैं. इस कारोबार के लिए आपको ज्‍यादा पैसों की जरूरत नहीं पड़ेगी. इसके ल‍िए आपको जो चीज सबसे पहले चाह‍िए, वो है खेती के लिए जमीन.

लीज पर लेकर भी कर सकते हैं शुरू
गांव से जुड़े अमूमन सभी लोगों के पास खेती योग्‍य भूम‍ि होती है. अगर क‍िसी के पास नहीं है तो आप जमीन लीज पर लेकर इस ब‍िजनेस को शुरू कर सकते हैं. क्‍योंक‍ि यह ब‍िजनेस अच्‍छे मुनाफे वाला है. आज हम ज‍िस ब‍िजनेस के बारे में बात कर रहे हैं वो लेमनग्रास की खेती (Lemon Grass Farming) से जुड़ा है. इसे कुछ लोग ‘नींबू घास’ भी कहते हैं.

कीड़ा भी नहीं लगता
एक हेक्टेयर जमीन में इसकी खेती करके आप सालाना 4 लाख रुपये तक की कमाई कर सकते हैं. ड‍िमांड ज्‍यादा आने पर उत्‍पादन बढ़ाकर अपनी इनकम को और बढ़ा सकते हैं. लेमनग्रास का पौधा एक रुपये से भी कम में मिलता है. इसकी खासियत यह होती है क‍ि इसे न तो पशु खाते हैं और न ही इसमें कीड़ा लगता है.

लेमन ग्रास का उपयोग
आप सोच रहे होंगे जिस चीज की खेती करनी है उसका उपयोग क्‍या है? हम आपको बता दें इससे निकलने वाले तेल की बाजार में डिमांड है. लेमन ग्रास से निकलने वाला तेल कॉस्मेटिक्स, साबुन, तेल और दवा बनाने वाली कंपनियां यूज करती हैं. इसके पौधे को सूखा प्रभावित इलाकों में भी लगाया जा सकता है. इस खेती में खाद की भी जरूरत नहीं होती. एक बार फसल बोने पर 5-6 साल तक चलती है.

खेती का पूरा गण‍ित
लेमन ग्रास लगाने का समय फरवरी से जुलाई के बीच है. एक साल में इसकी तीन से चार बार कटाई होती है. इससे न‍िकलने वाले तेल का रेट 1 हजार से 1,500 रुपये क‍िलो तक होता है. इसे लगाने के चार महीने बाद पहली कटाई कर ली जाती है. लेमन ग्रास तैयार हुई या नहीं, यह पता लगाने के लिए इसे तोड़कर सूंघने पर नींबू की खुशबू आए तो समझ‍िए आपकी फसल तैयार है.

पीएम मोदी ने भी क‍िया था जिक्र
लेमन ग्रास (Lemon Grass) की खेती का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 67वें संस्‍करण में किया था. उन्‍होंने इसका जिक्र करते हुए कहा था इस खेती से किसान भाई खुद को सशक्त बनाने के साथ देश की तरक्की में भी योगदान दे रहे हैं.