
लखनऊ। विधानसभा में शनिवार को एक दूसरे के सामने तल्ख अंदाज में पेश आने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव रविवार को खुशनुमा माहौल में एक दूसरे से मिले। मौका था विधानसभा अध्यक्ष के आवास पर आयोजित दोपहर भोज का। दोनों ने एक दूसरे का अभिवादन करते हुए हाल चाल पूछा। शासन और सत्ता के गलियारों में इसे स्वस्थ राजनीति की तस्वीर के रूप में देखा जा रहा है।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने रविवार दोपहर अपने सरकारी आवास पर सभी विधायकों और विधान परिषद सदस्यों को मोटे अनाज का भोज दिया। भोज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना और जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह सहित सरकार के मंत्री और विधायक शामिल हुए।
मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री भोज कर लौट रहे थे। उसी दौरान नेता प्रतिपक्ष और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, सपा महासचिव शिवपाल यादव, मुख्य सचेतक मनोज पांडेय, लालजी वर्मा और राजेंद्र चौधरी भी वहां पहुंचे। मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष ने एक दूसरे का अभिवादन किया, दोनों के बीच हंसी मजाक के खुशनुमा माहौल में बातचीत हुई। दोनों के बीच तल्खी दूर होती देख उनके साथ खड़े दोनों पक्षों के लोगों के चेहरे भी खिल उठे।
रविवार को बड़ी संख्या में विधायक अपने क्षेत्र में चले जाने के कारण भोज में करीब दो सौ विधायक और एमएलसी ही शामिल हुए। भोज के दौरान उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य का नहीं पहुंचना चर्चा का विषय बना रहा। उल्लेखनीय है कि केशव सदन में भी उपस्थित नहीं हो रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना का कहना है कि केशव अस्वस्थ होने के कारण भोज में शामिल नहीं हुए। उन्होंने फोन पर इसकी सूचना दे दी थी।