कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट का छत्तीसगढ़ दौरा, भारत जोड़ो न्याय यात्रा और लोकसभा चुनाव पर होगी चर्चा

Congress in-charge Sachin Pilot's visit to Chhattisgarh, Bharat Jodo Nyay Yatra and Lok Sabha elections will be discussed.
Congress in-charge Sachin Pilot's visit to Chhattisgarh, Bharat Jodo Nyay Yatra and Lok Sabha elections will be discussed.
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रायपुर: छत्तीसगढ़ कांग्रेस पार्टी के प्रभारी सचिन पायलट‌ आज छत्तीसगढ़ आ रहे हैं।‌ प्रभारी शैलजा के हटने के बाद सचिन को छत्तीसगढ़ की कमान सौंपी गई है‌। बतौर प्रभारी आज पहली बार प्रदेश के दौरे पर पायलट आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ पहुंचने के बाद पायलट प्रदेश कांग्रेस भवन में आयोजित बैठक में हिस्सा लेंगे। बताया जा रहा है कि सचिन पायलट लोकसभा चुनाव की रणनीति बनाने और आगामी दिनों में छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर प्रदेश के नेताओं से चर्चा करेंगे। इस मीटिंग में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कई बड़े नेता शामिल रहेंगे।

प्रभारी का होगा रायपुर विमानतल से स्वागत

पहली बार प्रभारी बनने के बाद छत्तीसगढ़ के दौरे पर आ रहे सचिन पायलट की स्वागत की तैयारी जोर-जोर से की जा रही हैं। जगह-जगह पर बैनर पोस्टर लगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही सचिन पायलट के दौरे को लेकर कांग्रेस के जो नेता हैं उनमें बेहद उत्साह देखने को मिल रहा है। आज दोपहर लगभग 2 बजे सचिन पायलट छत्तीसगढ़ पहुंचने के बाद सबसे पहले राजीव भवन में कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक लेंगे। उसके बाद 12 जनवरी को कांग्रेस प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में पायलट पहुंचेंगे। वही 12 जनवरी को दोपहर 2 बजे पर सचिन पायलट वापस दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।

छत्तीसगढ़ में बतौर प्रभारी बनकर आए राजस्थान के सचिन पायलट के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी होगी। प्रदेश में चुनाव हारने के बाद बिखर रही कांग्रेस को एकजुट करना, नाराज नेताओं को मनाना और सभी को एक साथ लेकर लोकसभा चुनाव की‌ जीत तक लेकर चलना बेहद ही कठिन होगा। कांग्रेस पार्टी ने युवा चेहरे के रूप में सचिन को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए एक बार फिर प्रदेश के युवाओं के अंदर जोश भरने का काम किया है। लोकसभा का चुनाव किस तरह से युवाओं की मेहनत के दम पर कांग्रेस लड़ने का काम करगी उसके लिए पायलट युवाओं को तैयार करने पहुंच रहे है। अब देखना होगा कि छत्तीसगढ़ के चुनाव में हार कर रास्ता खो चुकी कांग्रेस को रौशनी दिखाने में सचिन सफल हो पाएंगे‌ या नहीं।