EPFO का एक्‍शन, इस्‍तीफों की लगी झड़ी…24 घंटे में Paytm के साथ क्या-क्या हो गया

EPFO's action, a flurry of resignations...what happened with Paytm in 24 hours
EPFO's action, a flurry of resignations...what happened with Paytm in 24 hours
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Paytm Crisis: पेटीएम पेमेंट बैंक पर आरबीआई की सख्ती के बाद से कंपनी की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है. कंपनी को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं. पेटीएम के फाउंडर और सीईओ विजय शेखर शर्मा कभी आरबीआई दफ्तर के तो कभी वित्त मंत्रालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन राहत कहीं से नहीं मिलती दिख रही है. बीते 24 घंटे में ही कंपनी को ताबड़तोड़ कई झटके लगे हैं. पेटीएम पेमेंट बैंक पर हुई कार्रवाई के बाद अब उसे ईपीएफओ से भी झटका मिला है.

झटका नंबर 1: ईपीएफओ ने लगाई रोक
भारतीय रिजर्व बैंक ने पेटीएम पर कार्रवाई करते हुए 29 फरवरी के बाद उसपर कई पाबंदियां लगाने का ऐलान किया है. इसके बाद अब ईपीएफओ ने पेटीएम पेमेंट बैंक में क्रेडिट करने और क्लेम सेटलमेंट करने पर रोक लगा दी है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने कहा कि वो पेटीएम पेमेंट बैंक खातों में ग्राहकों के ईपीएफ खातों की जमा और क्रेडिट लेनदेन को बैन कर देगा.

झटका नंबर 2: अधिकारियों का इस्तीफा
पेटीएम पेमेंट बैंक पर आरबीआई की कर्रवाई के बाद कंपनी के बड़े पदों पर इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है. पेटीएम के स्वतंत्र निदेशक मंजू अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मई 2021 से कंपनी के साथ बने मंजू अग्रवाल ने बोर्ड से इस्तीफा देने का फैसला किया. वहीं पेटीएम पेमेंट बैंक की इंडिपेंड्ट डायरेक्ट शिंजिनी कुमार ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. सिर्फ अधिकारी ही नहीं पेटीएम के कर्मचारी भी अब नई नौकरी की तलाश में हैं. कंपनी के भविष्य को अधर में देखते हुए पेटीएम के कर्मचारी नौकरी की तलाश में जुट गए हैं. मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, पेटीएम में काम कर रहे कई लेवल के अधिकारी दूसरी कंपनियों में अपनी नौकरी की तलाश कर रहे हैं. टेक से लेकर, मर्चेंट बैंकिंग, सेल्स और मार्केटिंग सेगमेंट में काम करने वाले कई कर्मचारी पेटीएम से बाहर निकलने का रास्ता तलाश रहे हैं.

झटका नंबर 3: सॉफ्टबैंक ने खींचे हाथ
पेटीएम के संकट को देखते हुए सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प ने कंपनी ने अपनी अधिकांश हिस्सेदारी बेच दी है. जनवरी तक जापानी निवेशक कंपनी की पेटीएम में हिस्सेदारी 5 फीसदी की थी. जनवरी 2021 तक उसकी हिस्सेदारी 18.5 फीसदी थी. पेटीएम पेमेंट बैंक के मौजूदा संकट और लाइसेंस रद्द होने की संभावना को देखते हुए कंपनी ने अपनी बड़ी हिस्सेदारी बेच दी है.

झटका नंबर 4: बेजान होते शेयर
पेटीएम के शेयरों में लगातार गिरावट का दौर जारी है. हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में भी पेटीएम के शेयर धड़ाम हो गए.शुक्रवार को पेटीएम के शेयर 419.85 -27.25 (-6.09%) पहुंच गए. इससे पहले पेटीएम के शेयरों में इससे पहले भी ताबड़तोड़ गिरावट का दौर जारी है.

झटका नंबर 5: बदल गया नाम
मुश्किल में फंसे पेटीएम ने अपनी एक कंपनी का नाम बदल दिया है. पेटीएम ई-कॉमर्स ने अपना नाम बदलकर पाई प्लेटफॉर्म्स कर लिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने करीब तीन महीने पहले नाम बदलने के लिए आवेदन किया था.