लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा के आढ़तियों का एलान-ए-जंग, किसानों की बढ़ने वाली हैं मुश्किलें

Haryana commission agents declare war before Lok Sabha elections, farmers' problems are going to increase
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अंबाला: हरियाणा सरकार द्वारा सब्जी मंडी आढ़तियों पर लगाए गए नए टैक्स और एडवांस टैक्स के विरोध में पूरे हरियाणा की सब्जी मंडियां आज 20 दिसंबर को बंद हैं. मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान का कहना है कि अभी तक एक प्रतिशत एचआरडीएफ लिया जाता था, जो कि ग्राहकों से लेकर सरकार को देना होता था. मगर अब नए नोटिफिकेशन के मुताबिक, 14 स्लेब बनाए गए हैं, जिसके चलते एडवांस में यह टैक्स भरना होगा. अगर पूरे साल काम कम होता है तो पैसा वापिस का कोई प्रावधान ही नहीं है. अगर काम ज्यादा होता है तो उसी मुताबिक और टैक्स देना होगा. कोरोना काल में हरियाणा की वर्तमान सरकार ने इस टैक्स को फिर से लेना शुरू कर दिया था. अब टैक्स को एडवांस और बढ़ाकर लिए जाने और नए स्लैब लेने से आढ़ती परेशान हैं, जिसके चलते हड़ताल का आह्वान किया गया है. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगे जल्द पूरी न हुई तो 1 जनवरी 2024 को एक बड़ा फैसला लिया जाएगा.

बता दें, प्रदेश की कुरुक्षेत्र, फतेहाबाद, जींद, अंबाला, गुड़गांव की सोहना मंडी, सोनीपत की गोहाना मंडी, झज्जर की बहादुरगढ़ मंडी जैसी कई मंडिया शामिल है. कुरुक्षेत्र की सब्जी मंडी के गेट सब्जी व्यापारी अड़ती द्वारा बंद कर दिए गए, जिसकी जानकारी कुछ किसानों और रेडी-फड़ी वालों को नहीं थी. इसके चलते उन्होंने सड़क पर ही अपनी सब्जियां रखकर बेचनी पड़ रही है. फतेहाबाद में भी हड़ताल का असर दिखा. सब्जी मंडी के व्यापारियों ने सब्जी मंडी के बाहर धरना देकर सरकार के खिलाफ की नारेबाजी. उनका कहना है कि अगर आज शाम तक सरकार ने निर्णय वापस नहीं लिया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल का भी ऐलान किया जा सकता है.

जींद की सब्जी मंडी में भी सरकार द्वारा फीस में बढ़ोतरी करने के विरोध में हड़ताल देखने को मिली. जींद की नई सब्जी मंडी में इसे लेकर तीन दिन पहले मीटिंग कर बंद का ऐलान किया गया था. इसके बाद 2 दिन से सब्जी मंडी में अनाउंसमेंट कराकर किसानों और व्यापारियों को सूचित किया जा रहा था. जींद जिले की सब्जी मंडी के साथ-साथ हांसी, नारनौंद और असंध आदि जगहों से भी खरीदार पहुंचते हैं. अंबाला की मंडी में सब्जी लेने आए ग्राहकों से जब बात की गई तो उनका कहना है कि आज मंडी बंद है और फिर रोजाना घर के लिए ताजी सब्जियां लेकर जाते हैं. आज बिना सब्जी के काम चलाना पड़ेगा. सरकार को इन लोगों की मांगे जल्द माननी चाहिए ताकि जनता को परेशानी ना हो.

सब्जियों के दाम में हो रहा उतार-चढ़ाव
गुड़गांव की सोहना सब्जी मंडी में भी हड़ताल का असर दिखा. आढ़ती प्रधान उमेश कुमार ने बताया कि सब्जी मंडी की नई मार्केट फीस की नोटिफिकेशन के विरोध में पूरे हरियाणा की आढ़ती एसोसिएशन खड़ी हो गई है. उंन्होने कहा कि एडवांस टैक्स कैसे भर दिया जाए सब्जी कभी 40 रूपए किलो बिकती है तो वही सब्जी कभी दस रूपए किलो भी बेचीं जाती है. ऐसे में फिक्स बिक्री पर कैसे सरकार को टैक्स आढ़ती चुका पाएंगे. सोनीपत की गोहाना मंडी व्यापारियों का कहना है कि एडवांस टैक्स राशि टैक्स जबरदस्ती थोपी जा रही है. सब्जी मंडी की हड़ताल का अनाज मंडी के प्रधान ने भी समर्थन किया और कहा कि अगर उनके समर्थन में अनाज मंडी भी बंद करनी पड़ी तो वो पीछे नहीं हटेंगे.

मंडियों में पसरा सन्नाटा
झज्जर की बहादुरगढ़ मंडी में अल सुबह से रात तक भीड़ रहती थी. वहां आज पूरी तरह सन्नाटा है. किसान भी आज मंडियों में सब्जी और फल लेकर नही आए. आढ़तियों का कहना हैं कि पूरे साल की फीस एकसाथ भरने में सभी आढ़ती समर्थ नही हैं और अगर साल में एक आढ़ती की खरीद फरोख्त कम भी तो रह सकती है. आढ़तियों ने नई अधिसूचना रद्द करने के साथ पुराने एम और ए फार्म भी बंद करने की मांग की है.