हिमाचल उपचुनाव ने बीजेपी को दिया यह ‘झोर का झटका’, आलाकमान ने मंगाई रिपोर्ट

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हिमाचल प्रदेश में हाल में हुए विधानसभा व लोकसभा उपचुनाव में पार्टी को मिली करारी हार को भाजपा नेतृत्व बेहद गंभीरता से ले रहा है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा का गृह राज्य होने की वजह से उनके लिए यह ज्यादा चिंता का विषय है। ऐसे में पार्टी जल्दी ही सत्ता और संगठन को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए जरूरी बदलाव कर सकती है। पिछले महीने हुए देश में विभिन्न राज्यों में विधानसभा और लोकसभा के उपचुनाव में भाजपा को सबसे बड़ा झटका हिमाचल प्रदेश में ही लगा है। यहां वह तीन विधानसभा एक लोकसभा सीट के उपचुनाव में वह कांग्रेस से हार गई। चूंकि यह राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का गृह प्रदेश है, इसलिए पार्टी के भीतर और बाहर इन नतीजों की ज्यादा चर्चा हुई है। सूत्रों के अनुसार भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा इन नतीजों के साथ पूरे राज्य के हालात की व्यापक समीक्षा भी कर रहे हैं। हाल में मंडी सीट के प्रभारी महेंद्र सिंह ठाकुर और मंत्री रामलाल मारकंडा से व्यापक ब्योरा भी लिया गया था।

वोट प्रतिशत में कमी आने पर केंद्रीय नेतृत्व चिंतित
सूत्रों के अनुसार केंद्रीय नेतृत्व इस बात से भी चिंतित है कि राज्य में भाजपा की हार ही नहीं हुई, बल्कि उसके वोट प्रतिशत में भी बड़ी कमी आई है। ऐसे में आने वाला समय चुनौती भरा हो सकता है। पार्टी हार के कारणों की समीक्षा तो कर ही रही है साथ ही भावी बदलाव पर भी विचार किया जा रहा है। इसमें सत्ता और संगठन दोनों स्तर पर कुछ अहम बदलाव किए जाने की संभावना है।

सौदान सिंह की रिपोर्ट काफी अहम साबित होगी
सूत्रों के अनुसार उत्तर भारत में भाजपा का संगठनात्मक काम देख रहे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह की हिमाचल प्रदेश के बारे में रिपोर्ट काफी अहम साबित होगी। इसके बाद केंद्रीय नेतृत्व फैसला लेगा। पार्टी के एक प्रमुख नेता ने कहा कि हाल में कई राज्यों में बड़े बदलाव किए गए हैं ऐसे में अगर कहीं भी कोई गड़बड़ी नजर आती या कमी नजर आती है तो पार्टी किसी भी तरह का फैसला लेने से हिचकेगी नहीं।

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में बीते महीने हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने क्लीन स्वीप किया था, जबकि राज्य में बीजेपी की सरकार है। राज्य की 3 विधानसभा और एक लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव हुए थे। शिकस्त के बाद से ही हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन की अटकलें लगाई जा रही थीं। यह हार इसलिए भी बड़ी है क्योंकि बीजेपी चीफ जेपी नड्डा भी हिमाचल से ही आते हैं।