जयपुर। कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस पार्टी के मेनिफेस्टो में बजरंग दल सहित अन्य हिंदूवादी संगठनों पर प्रतिबंध के वादे के बाद से राजस्थान में भी सियासी पारा गरमा गया है। प्रमुख प्रतिद्वंदी दल कांग्रेस और भाजपा इन मुद्दों पर आमने-सामने हो रहे हैं।
दोनों पार्टियों के नेता मुखर होकर अपना पक्ष रखने के साथ ही एक-दूसरे को चेता भी रहे हैं। नेताओं की बेबाक बयानबाज़ी और आरोप-प्रत्यारोपों से ये साफ़ है कि चुनावी वर्ष में ‘हिंदुत्व’ का मुद्दा अभी और तूल पकड़ने वाला है।
कर्नाटक में वादा, राजस्थान में किनारा !
कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव के घोषणा पत्र में भले ही बजरंग दल जैसे हिंदूवादी संगठनों को बैन करने का वादा किया है, लेकिन राजस्थान में पार्टी फिलहाल इस तरह का कोई कदम उठाने से किनारा कर रही है। गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने शुक्रवार को ये साफ़ किया कि राजस्थान में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का फिलहाल राज्य सरकार का कोई इरादा नहीं है।
‘बजरंगी ही सिखाएंगे कांग्रेस को सबक’
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कर्नाटक में बजरंग दल पर प्रतिबंध विषय पर कहा कि राजस्थान में बजरंगी ही तुष्टीकरण रूपी लंका को ढहायेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव मेनिफेस्टो में किये गए इस तरह के वादे ना सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण हैं बल्कि तुष्टीकरण की पराकाष्ठा है। जिन संगठनों को बैन करने की बात हो रही है वही संगठन अब कांग्रेस की तुष्टीकरण रूपी लंका को ढहाने का काम करेंगे।
लोगों को भड़का रही भाजपा: गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान हिंदुत्व मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने भाजपा का नाम लेकर कहा कि ये पार्टी धर्म और जाती के नाम पर मुद्दा बनाकर लोगों को भड़काने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हम सब हिन्दू हैं। ये कहाँ लिखा है कि जो भाजपा को वोट देगा वही हिन्दू होगा?
हर वार्ड में होगा हनुमान चालीसा पाठ
कर्नाटक चुनाव के दौरान राजस्थान में भी ‘हिंदुत्व’ के गरमाये मुद्दे के बीच जयपुर शहर भाजपा ने हर वार्ड में हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया है। शहर अध्यक्ष राघव शर्मा ने कहा है कि जयपुर में हुए बम धमाकों की बरसी के दिन 13 मई को जयपुर के सभी 250 वार्डों पर धरना दिया जाएगा और उसके बाद पार्टी कार्यकर्ता नजदीक के ही हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।