चंडीगढ़ में CM खट्‌टर ने गिनाईं अपनी उपलब्धियां:बोले- हमने वो किया जो…

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चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोमवार को चंडीगढ़ में अपनी सरकार के 2500 दिनों की उपलब्धियां गिनाईं और करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के लिए पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराया। इसके साथ ही विवादों में घिरे एसडीएम आयुष सिन्हा द्वारा सिर फोड़ने वाले आदेश को सरासर गलत बताया। उन्होंने कहा कि एसडीएम स्तर के अधिकारी को शब्दों का चुनाव सोच समझकर करना चाहिए। वहीं खट्टर के इस दौरे के विरोध में किसान जत्थेबंदियों के लोग प्रेस क्लब का घेराव करने पहुंच गए। सेक्टर-19 में बड़ी संख्या में किसान समर्थक जमा हुए। हालांकि पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक लिया। वहीं पुलिस ने प्रेस क्लब में घुसने की कोशिश कर रही 2 महिलाओं को भी हिरासत में लिया और बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।

करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के बारे में खट्टर ने कहा कि इस हिंसा के पीछे पंजाब सरकार के लोगों का हाथ। तभी तो किसान नेता राजेवाल पंजाब सीएम को लड्डू खिलाते हुए नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही खट्टर ने किसान आंदोलन को विपक्ष के भ्रम की देन बताया। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने मंडियां व एमएसपी खत्म होने का भ्रम फैलाया है। जबकि ऐसा कुछ नहीं हो रहा। वहीं करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा पर सीएम ने कहा कि अधिकारी के शब्दों का चयन ठीक नहीं था। इस तरह की शब्दावली एसडीएम स्तर के अधिकारी को शोभा नहीं देती। उनका दायित्व कानून-व्यवस्था बनाए रखना था। इस मामले में डीजीपी व प्रशासन अपनी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं और उसी के आधार पर फैसला लिया जाएगा।

खट्टर ने कहा कि हम 10 फसलें एमएसपी पर खरीद रहे हैं, जबकि अन्य राज्यों में गेहूं व धान ही खरीदा जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस के भ्रामक प्रचार कर रही है, क्योंकि उनके पास मुद्दे नहीं हैं। कांग्रेस का भविष्य अंधकारमय है। हम अगले 5 साल सरकार चलाने की भी तैयारी कर रहे हैं।

एक सितंबर से शुरू होगा ऑटो अपील पोर्टल
प्रेस वार्ता में अपनी सरकार की उपलब्धियों का लेखजोखा पेश करते हुए मनोहर लाल ने कहा कि पूर्व सरकारों में भौतिक विकास हुआ लेकिन ई गवर्नेंस विकास पर जोर नहीं रहे। हमने हार्डवेयर के साथ सॉफ्टवेयर पर भी जोर दिया। अब सेवा का अधिकार कानून और पारदर्शी होगा। वहीं, एक सितंबर से ऑटो अपील पोर्टल भी शुरू हो जाएगा। इसके बाद अधिकारियों को छोटा-बड़ा काम तय समय में करना होगा। लोगों को अफसर अब घुमा नहीं सकेंगे। तय समयावधि में काम न होने पर अपील अपने आप अगले उच्च अधिकारी के पास पहुंच जाएगी।

किसानों ने सड़क पर बैठ की नारेबाजी
हरियाणा में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध का सामना हरियाणा के मुख्यमंत्री को चंडीगढ़ में भी करना पड़ा। बड़ी संख्या में किसान जत्थेबंदियों से जुड़े लोग प्रेस क्लब का घेराव करने पहुंच गए। स्थिति को संभालने के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने शहर के मुख्य चौराहों पर सुबह से ही पुलिसबल तैनात कर दिया था और प्रेस क्लब को आने वाले हर रास्ते पर बैरिकेडिंग कर दी गई। विरोध करने आए किसान सेक्टर-19 में रोक लिया गया और सभी ने वहीं सड़क पर बैठकर नारेबाजी की। मौके पर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात रहा।

खट्टर दोपहर करीब 2 बजे प्रेस कॉन्फेंस को संबोधित करने पहुंचे। सीएम अपनी सरकार के 2500 दिनों की उपलब्धियां लोगों के सामने रखी। हालांकि किसानों पर हुए लाठीचार्ज के बाद उनके इस दौरे पर विवाद होने तय माना जा रहा था। इसी के मद्देनगर भारी संख्या में पुलिसकर्मी प्रेस क्लब व यहां आने वाले सभी रास्तों पर तैनात किए गए थी और हर आने जाने वाले की चेकिंग की जा रही थी।​​​​​​

बता दें कि हरियाणा में भाजपा नेताओं को रोकने की कोशिश कर रहे किसानों पर शनिवार को लाठीचार्ज किया गया। करनाल में घरौंडा के पास बसताड़ा टोल प्लाजा पर पुलिस ने किसानों पर लाठियां भांजी। यहां किसानों ने टोल की दो-दो क्रॉसिंग छोड़कर बाकी रास्तों को बंद कर दिया था। लाठीचार्ज में कई किसानों का सिर फूटा और खून बहा।

वहीं, पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए किसान खेतों में भाग गए। पुलिस ने 17 के करीब किसानों को हिरासत में भी ले लिया। इस घटना के बाद आक्रोश में आए किसानों ने राज्यभर में टोल बंद कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। हालांकि शनिवार देर शाम हिरासत में लिए किसानों की रिहाई के बाद किसानों ने टोल खोल दिए और वाहनों की आवाजाही शुरू हो सकी।

लाठीचार्ज के खिलाफ पंजाब में भी किसानों के धरने प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं। किसान यूनियनों की ओर से राज्यभर के टोल रविवार दोपहर 12 से 2 बजे तक जाम कर दिए गए। दो घंटे के दौरान लुधियाना, जालंधर, अमृतसर, पटियाला, बठिंडा जैसे बड़े शहरों के एंट्री पॉइंट बंद होने से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। आम लोगों को बसों से उतर कर भीषण गर्मी में पैदल ही जाना पड़ा। इसके अलावा खन्ना, जगराओं, मुल्लांपुर दाखा, समराला और रायकोट में भी हाईवे जाम किया गया।