Madhya Pradesh CM: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम का सस्पेंस अब जल्द ही समाप्त होने वाला है. जानकारी के मुताबिक़ बीजेपी के 163 नवनिर्वाचित विधायक और केंद्रीय पर्यवेक्षकों की बैठक रविवार को होनी है. इस बैठक में मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवारों पर चर्चा होगी और एक नाम पर सहमति बनने की संभावना है. यह सहमति मध्य प्रदेश की जनता को अपना नया मुख्यमंत्री देगी. लेकिन इन सबके बीच एक बड़ी खबर जो पार्टी सूत्रों के हवाले से सामने आ रही है वह यह कि पारी ने ओबीसी चेहरे पर मुहर लगाई है और इसका ऐलान जल्द ही हो जाएगा. इसके साथ सीएम रेस में कई चेहरे सामने आ गए हैं जो इस वर्ग से आते हैं.
ओबीसी के चेहरे की चर्चा जोरों पर
असल में मध्य प्रदेश में आगामी सीएम पद के लिए ओबीसी के चेहरे की चर्चा जोरों पर है. सूत्रों की मानें तो बीजेपी एमपी की सबसे बड़ी आबादी वाले ओबीसी वर्ग का सम्मान करना चाहती है. इसी बीच बीजेपी ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश में अपने विधायक दल के नेता का चुनाव करने के लिए तीन केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है. पर्यवेक्षकों में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के प्रमुख के लक्ष्मण और पार्टी सचिव आशा लाकड़ा शामिल हैं. नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक रविवार को होने की संभावना है. इससे पहले, गुरुवार रात को कहा गया कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस रविवार को खत्म हो जाएगा.
20 वर्षों में पहली बार हुआ..
एक तथ्य यह भी है कि बीजेपी ने इस बार विधानसभा चुनाव मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सीएम चेहरे के रूप में पेश किए बिना लड़ा था. ऐसा 20 वर्षों में पहली बार हुआ कि बीजेपी ने मध्य प्रदेश में चुनाव से पहले अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं किया. पार्टी सूत्रों के अनुसार, अगर बीजेपी शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री नहीं बनाती है तो वह किसी अन्य ओबीसी समाज के नेता को पेश कर सकती है. हालांकि, अभी तक इस पर सस्पेंस बरकरार है.
ये नाम हैं चर्चा में….
सीएम पद के लिए सबसे आगे प्रहलाद पटेल का नाम भी चल रहा है. प्रहलाद पटेल, ओबीसी वर्ग के सबसे बड़े नेता है. वे केंद्रीय मंत्री भी रहे. पटेल को एमपी के मुख्यमंत्री के रूप में एक मजबूत दावेदार माना जा रहा है. शिवराज सिंह चौहान का नाम भी चर्चा में है. वे पहले से ही एमपी के मुख्यमंत्री हैं और उन्होंने पिछले 15 साल से राज्य की बागडोर संभाली है. इसके अलावा सिंधिया का अनाम भी शामिल है. वे भी ओबीसी वर्ग से आते हैं. राजनीतिक एक्सपर्ट्स का मानना है कि एमपी में ओबीसी वर्ग के एक नए चेहरे को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. ऐसे में प्रहलाद पटेल सबसे आगे हैं, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया भी एक मजबूत दावेदार हैं. सिंधिया ओबीसी वर्ग से आते हैं और उन्होंने पिछले कुछ समय में बीजेपी में अपनी मजबूत पैठ बनाई है.