अभी अभीः आज फिर जुम्मा, खुफिया एजेंसियों की भारी हिंसा की चेतावनी, अलर्ट पर देश, घर से निकलने से पहले…

Just now: Jumma again today, intelligence agencies warn of heavy violence, country on alert, before leaving home...
Just now: Jumma again today, intelligence agencies warn of heavy violence, country on alert, before leaving home...
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नई दिल्ली: पिछले शुक्रवार को देश के कई राज्यों में जुमा की नमाज़ के बाद नूपुर शर्मा के खिलाफ प्रदर्शन हुए. कई जगहों पर यह प्रदर्शन हिंसा में तब्दील हो गए थे. जिसके बाद आज फिर जुमा को देखते हुए स्खत सिक्योरिटी के इंतेजामात कर दिए गए हैं. प्रशासन ने सभी हस्सास जगहों पर चाक-चौबंद बंदोबस्त किए हुए हैं. इसके अलावा धर्मगुरुओं के साथ बातचीत कर लोगों से अम्न बनाए रखने की अपील की जा रही है. उन्हें किसी तरह के विरोध प्रदर्शन से दूर रहने की सलाह दी जा रही है.

रांची में भारी हिंसा की चेतावनी

रांची में खुफिया विभाग के इनपुट बेहद डराने वाले हैं। हेमंत सोरेन सरकार और झारखंड पुलिस मुख्‍यालय को अलर्ट करते हुए इंटेलिजेंस ने कहा है कि राज्‍य के संप्रदाय विशेष में भीतर ही भीतर आग सुलग रही है। 17 जून, शुक्रवार को जुमा नमाज के दौरान उपद्रवी फिर से हिंसा करने की कोशिश कर सकते हैं। बहरहाल, राज्य में धार्मिक स्थलों, संवेदनशील क्षेत्रों में जबरदस्त बैरिकेडिंग कर चप्‍पे-चप्‍पे पर कड़ा पहरा लगा दिया गया है। किसी अनहोनी की आशंका को लेकर रांची पुलिस हाई अलर्ट पर है। शुक्रवार को जुमे की नमाज को देखते हुए पूरे शहर में 5000 जवानों को तैनात किया गया है। इसमें शहीद चौक से लेकर सुजाता चौक तक 3000 जवानों को तैनात किया गया है। बाकी 2000 जवानों को सिटी के अलग-अलग इलाकों में तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने 75 संवेदनशील जगहों को चिह्नित कर बैरिकेडिंग लगाई है। मंदिरों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। किसी को भी धार्मिक स्थल के समीप एकजुट होने की इजाजत नहीं दी गई है।

यूपी में अलर्ट पर फोर्स

उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और कार्यवाहक डीजीपी डीएस चौहान ने सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के ज़रिए गहन समीक्षा की है. उन्होंने कहा कि पुलिस अफसरों के ज़रिए राज्य में सभी अहम धर्म गुरूओं से बात कर शांति व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग मांगा गया है. इसके अलावा थाना स्तर पर पीस कमेटी की मीटिंगों का आयोजन भी किया गया है और सिविल डिफेंस के कर्मियों को भी शांति- व्यवस्था बनाये रखने की जिम्मेदारी सौपी गयी है.