अभी अभीः IAS पूजा सिंघल को लेकर सनसनीखेज खुलासा, 5 राज्यों के 25 ठिकानों में…

Just now: Sensational disclosure about IAS Pooja Singhal, in 25 locations in 5 states...
Just now: Sensational disclosure about IAS Pooja Singhal, in 25 locations in 5 states...
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रांची। झारखंड कैडर की आईएएस अफसर पूजा सिंघल से भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की पूछताछ जारी है. उनके CA सुमन कुमार को ईडी पहले ही 5 दिन की रिमांड पर ले चुकी है. आज सीए सुमन कुमार को ईडी दफ्तर लाया गया है. सुमन कुमार के घर से ईडी की छापेमारी मे 17 करोड़ से ज्याद नगद रुपए बरामद हुए थे.

रांची में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छापेमारी की तो बड़े पैमाने पर नोटों की बरामदगी हुई. रुपयों को गिनने के लिए नोट गिनने वाली तीने मशीनें मंगवाई गईं. बैंक अधिकारी इन मशीनों के साथ पहुंचे. नोटों को गिनने का सिलसिला शुरू हुआ. पूरी तसल्ली के साथ रुपयों की गिनती होती रही. अंत में गिनती का आंकड़ा 19 करोड़ 31 लाख पर जाकर जाकर रुका.

करोड़ों के नोट बरामद हुए तो हड़कंप मच गया. सीआरपीएफ जवानों की तैनाती कर दी गई. गिनती के बाद नोटों को बक्शे में भर-भरकर अधिकारी ले जाने लगे. देर तक ये सिलसिला चलता रहा. आखिर ये नोटों का ढेर कहां छिपाकर रखा गया था? किसने छिपा रखे थे नोटों के ये बंडल? आपको इन नोटों से जुड़ा एक-एक राज बताते हैं…

शुरू से समझिए पूरा का पूरा मामला

दरअसल, झारखंड में 2009-10 में हुए मनरेगा घोटाले में ED ने ये छापेमारी शुक्रवार को शुरू की. झारखंड, बिहार, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में एक साथ जांच एजेंसी का छापा पड़ा. करीब 25 ठिकानों पर छापे के टारगेट थीं झारखंड की खनन और उद्योग सचिव पूजा सिंघल, उनके पति अभिषेक झा, सीए सुमन कुमार और अन्य कुछ कर्मचारी. शुक्रवार को पूरे दिन छापेमारी चलती रही. देर रात तक ये सिलसिला चला.

छापे में 19.31 करोड़ बरामद

सूत्रों के मुताबिक, उसी रेड के दौरान ये 19 करोड़ 31 लाख रुपये बरामद किए गए. 19 करोड़ 31 लाख रुपयों में से 17 करोड़ चार्टर्ड अकाउंटेंट अकाउंट के आवास से बरामद किए गए. बाकी रूपये एक कंपनी से मिले हैं. बताया जा रहा है कि IAS पूजा सिंघल के आवास पर भी कई अहम सबूत और दस्तावेज मिले हैं, जिनकी जांच पड़ताल शुरू हो चुकी है. झारखंड की खनन सचिव IAS पूजा सिंघल के सरकारी आवास पर रेड पड़ा, तो रांची में उनके पति अभिषेक झा के अस्पताल पर भी छापेमारी हुई. तमाम जगहों से कई अहम कागजात मिले.

करीब 150 करोड़ के इन्वेस्ट की खबर

पूरे मामले में सबसे अहम जानकारी ये मिली है कि IAS पूजा सिंघल और उनके पति के खिलाफ जारी कार्रवाई में करीब 150 करोड़ के निवेश के कागजात बरामद हुए हैं. खबरों के मुताबिक, रांची के अलावा कई महानगरों में संपत्ति का पता चला है. कई फ्लैट में निवेश के सबूत मिले हैं. हालांकि, ईडी से अब तक इनकी आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है. झारखंड के रांची, धनबाद, खूंटी में ईडी अधिकारियों ने घोटाले को लेकर सबूत खंगाले, तो एक टीम बिहार के मुजफ्फरपुर IAS अधिकारी पूजा सिंघल के ससुर के आवास पहुंची. जांच एजेंसी ने यहां भी शुक्रवार को तलाशी अभियान चलाया.

CM हेमंत सोरेन घिरे

खनन सचिव पर ईडी की कार्रवाई होते ही झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर विरोधियों का हमला शुरू हो गया. खुद सोरेन खनन पट्टा मामले में संकट में घिरे हैं और अब खनन सचिव के भ्रष्टाचार में फंसने के बाद उनकी चिंता बढ़ गई है. वो भी ऐसे वक्त में जब सीएम हेमंत सोरेन खनन पट्टा मामले में खुद आरोपों से घिरे हैं.

झारखंड में सियासी माहौल गर्माया

चुनाव आयोग के नोटिस के बाद हेमंत सोरेन की चिंता बढ़ी हुई है. उधर, विपक्ष लगातार सीएम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहा है और खनन पट्टे को लेकर सवाल उठा रहा है. ठीक ऐसे में प्रदेश की खनन सचिव पूजा सिंघल पर ईडी की ताबड़तोड़ कार्रवाई हुई, तो झारखंड की सियासत भी गर्मा गई.

BJP सांसद बोले- 300 करोड़ की संपत्ति

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने ईडी की छापेमारी और जांच में हुई जब्ती को लेकर एक ट्वीट किया. उन्होंने दावा किया है कि ED की कारवाई में करीब 300 करोड़ की संपत्ति मिली है. बीजेपी सांसद के इस दावे का आधार क्या है? ये तो नहीं पता, लेकिन इस छापेमारी को लेकर झारंखड का राजनीतिक पारा चढ़ाता जा रहा है. राज्य की अहम अफसर के भ्रष्टाचार के खुलासे के बाद सीएम हेमंत सोरेन पर दबाव बढ़ता जा रहा है. राज्य की विपक्षी पार्टी बीजेपी इस मामले को लेकर सोरेन सरकार पर हमलावर है.

अब सरपंच के घर ही ईडी का जाना बाकी: हेमंत सोरेन

उधर, सीएम सोरेन खुद इस कार्रवाई को लेकर इशारों में सवाल उठा रहे हैं. CM सोरेन ने तंज कसते हुए कह है कि अब सरपंच और मुखिया के एरिया में भी ईडी पहुंचेगी. बीजेपी हमारी सरकारी को डिगाने की किसी न किसी तरह से जुगत लगा रही है. लेकिन सरकार पूरी मजबूती के साथ काम करेगी. मैं विचलित होने वालों में से नहीं हूं. बहरहाल, ईडी की छापेमारी के बीच अब सियासत तेज हुई है. ऐसे में इस विवाद और जांच का नया रंग देखने को मिल सकता है.

आखिर IAS पूजा सिंघल का नाम इस छापेमारी से कैसे जुड़ा?

ये मामला 2007 से 2010 के बीच का है. इन तीन साल में IAS पूजा सिंघल झारखंड के तीन जिलों में कलेक्टर रहीं. बताया जा रहा है कि उसी दौरान मनरेगा में 18 करोड़ की वित्तीय गड़बड़ी हुई. जानकारी मिलते ही तत्कालीन सीएम अर्जुन मुंडा ने जांच के आदेश दे दिए. विजिलेंस को जिम्मेदारी सौंपी गई थी. 16 FIR दर्ज की गईं और गिरफ्तारियां भी हुईं. बंगाल से एक अहम गिरफ्तारी राम विनोद सिंह की हुई जो खूंटी में सेक्शन ऑफिसर के पद पर तैनात थे. उसी अधिकारी से पूछताछ में IAS पूजा सिंघल और कई अन्य अधिकारियों के नाम सामने आए.

अब जरा IAS पूजा सिंघल का परिचय भी जान लीजिए

महज 21 साल की उम्र में IAS कैडल हासिल कर पूजा सिंघल ने लिम्बा बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया था. ये 2000 बैच की IAS अधिकारी हैं. फिलहाल झारखंड में उद्योग और खनन सचिव हैं. पूर्व में झारखंड की बीजेपी वाली सरकार में कृषि सचिव थीं. पूजा की पहली शादी झारखंड कैडर के आईएएस राहुल पुरवार से हुई थी. लेकिन ये शादी ज्यादा समय तक टिक नहीं पाई. बाद में पूजा ने रांची स्थित पल्स हॉस्पिटल के मालिक और फार्मास्यूटिकल कारोबार से जुड़े बिजनेसमैन अभिषेक झा से दूसरी शादी कर ली.

हर सरकार में मिली मनचाही पोस्टिंग

सभी सरकारों के साथ IAS पूजा सिंघल के अच्छे संबंध रहे और वह अपने लिए मनचाहा पद हासिल करने में सक्षम थीं. बीजेपी की रघुबर दास सरकार में वह कृषि विभाग की सचिव थीं. लेकिन राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद भी वह लंबे समय तक मुख्य धारा से बाहर नहीं रहीं. हेमंत सरकार ने भी उन्हें पोस्ट किया और खदान, उद्योग और जेएसएमडीसी के अध्यक्ष जैसे अहम विभागों की जिम्मेदारी सौंपी.