कानपुर हिंसाः नमाज के बाद ठेलों में पत्थर लेकर चली भीड, नाम पूछ-पूछकर किया हमला

Kanpur Violence: After namaz, a crowd carried stones in handcarts, attacked by asking names
Kanpur Violence: After namaz, a crowd carried stones in handcarts, attacked by asking names
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कानपुर. कानपुर के बेकनगंज इलाके में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद दो समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए। लोगों ने एक दूसरे पर ईंट-पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया- वहां गोलीबारी भी हुई। कई लोगों के सिर फटे, घायल भी हुए हैं। कुछ ही देर में हिंसा इतनी भड़क गई कि UP पुलिस के ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार को मौके पर PAC जवानों की 12 कंपनियां भेजनी पड़ीं।

भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में शुक्रवार को नई सड़क पर जुमे की नमाज के बाद भारी बवाल हो गया। विरोध में शामिल समुदाय विशेष के लोगों ने जबरन दुकानें बंद कराने के साथ दूसरे समुदाय के हाते में दाखिल हो गए। इससे दूसरे समुदाय के लोग भड़क गए और उनको खदेड़ने लगे। कुछ मिनट बाद दोनों तरफ से जमकर पत्थरबाजी होने लगी। एक पक्ष की तरफ से फायरिंग के साथ पेट्रोल बम फेंके गए। रात करीब सात बजे तक गलियों में इसी तरह से बवाल होता रहा। बमुश्किल पुलिस हालात काबू कर सकी। बवाल में 30 से अधिक घायल हुए हैं। 18 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। 12 कंपनी पीएसी तैनात कर दी गई है। भाजपा प्रवक्ता ने कुछ दिन पहले एक टीवी डिबेट में एक बयान दिया था। जिसको लेकर एक समुदाय लगातार विरोध कर रहा है। शुक्रवार को नई सड़क पर हुए बवाल में उपद्रवियों ने यतीमखाने की तरफ से नई सड़क की ओर जुलूस निकाला।

दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार चश्मीदीदों और घायलों से बात की गई, जिन्होंने आंखो देखा हाल बताया।

चश्मदीद 1: नाम पूछ-पूछ कर मार रहे थे लोग

घायल रिक्शा चालक मुकेश ने बताया, ‘मैं सड़क पर रिक्शा लेकर आ रहा था। उन्होंने मुझे रोका, सबसे पहले मेरा नाम पूछा गया, जैसे ही मैंने अपना नाम मुकेश बताया, उन्होंने मारना शुरू कर दिया। इसी बीच मुकेश की पत्नी बताने लगी कि जुलूस में 2-3 हजार आदमी थे।’

चश्मदीद 2: वो बोल रहे थे हिंदुओं को काट डालेंगे, पुलिस खड़ी तमाशा देख रही थी

दुकानदार अभिषेक गुप्ता ने बताया, ‘इनकी कल से ही प्लानिंग थी। जुमे की नमाज के बाद 4 से 5 हजार लोगों का जुलूस आया। एक टुकड़ी निकल गई। पीछे आ रहे लड़के बोल रहे थे कि आज इनको काट डालेंगे। पुलिस खड़ी तमाशा देख रही थी। खुद को बचाने के लिए हम लोग और यहां की महिलाएं तक लड़ीं। मस्जिद से गोलियां भी चल रही थीं।’

चश्मदीद 3: मेरे 70 हजार के जेवर लूट लिए, किराए की गाड़ी तोड़ दी

जुगल किशोर कश्यप ने बताया, ‘उन्नाव का रहने वाला हूं। किराए की गाड़ी लेकर ननिहाल आया था। जब हम आए तो इनका जुलूस निकल रहा था। हमने जैसे ही गाड़ी किनारे लगाई, पत्थर आने शुरू हो गए। गाड़ी में मेरे साथ वाइफ, बच्चे, बहू और सास भी थे। हम किसी तरह बचकर भागे, सामान भी नहीं निकाल पाए। मेरी गाड़ी तोड़ दी। पत्थरबाजों ने मेरी गाड़ी में रखे 70 हजार के जेवर और बैग भी लूट लिए।’

चश्मदीद 4: मेरे आदमी और बेटे को घसीटते हुए ले गए

सड़क पर मक्खन, दूध और मसाले का ठेला चलाने वाली एक महिला ने बताया, ‘मैं अपने ठेले के पास खड़ी थी। वो लोग आए और मेरे पति को घसीटते हुए ले गए। मेरा ठेला तोड़ दिया। बेटा पति को बचाने गया तो उसको भी घसीट ले गए और मारा। मैंने रोते हुए हाथ जोड़े तब उन्होंने पति को छोड़ा।’

चश्मदीद 5: तेजाब की बोतलें, हथगोले और गोलियां चलीं, उनके हाथ में काली पट्टी थी

सड़क पर दो घायल खड़े 2 दुकानदारों ने बताया, ‘सबसे पहले ये भीड़ तेजबाग में इकट्ठी हुई फिर हमें जानकारी लगी कि नमाज के बाद यतीमखाने चौराहे पर बवाल हुआ है। शुरुआत में कुछ लोगों की भीड़ आई और गालियां देते हुए हमसे दुकाने बंद कराईं। फिर उनकी भीड़ बढ़ती गई। वो हुजूम बना कर चल रहे थे। उनके हाथ में काली पट्टियां थीं।’

दुकानदारों के साथ खड़े सभी लोगों ने कहा, ‘दंगाइयों ने तेजाब की बोतलें चलाईं, हथगोले चलाए, फायरिंग भी की। यहां के SO साहब एक घंटा बाद आए, हमसे बोले तुम लोग ना बोलो और वहां से गायब हो गए। हम चुप रहे और हमें पीटा जाता रहा। पूरी घटना के दौरान पुलिस नहीं दिखी।’

पुलिस कमिश्नर बोले- 18 लोगों को गिरफ्तार किया, हर गुनहगार को सजा मिलेगी

हिंसा पर काबू पाने के बाद पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा मीडिया के सामने आए। कहा, ‘अब तक हमने हिंसा के 18 गुनहगारों को गिरफ्तार कर लिया है। हमें हिंसा के पूरे फुटेज और वीडियोज मिल गए हैं। फोटोग्राफ्स के आधार पर लोगों की पहचान कर ली गई है। जो गुनहगार बचे हैं, उनको जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। उन पर गैंगस्टर एक्ट दर्ज किया जाएगा, सम्पत्तियां जब्त की जाएंगी।’