आकाश आनंद पर मुकदमे के बाद मायावती का बड़ा फैसला, रद्द किए सभी चुनावी कार्यक्रम

Mayawati's big decision after the case against Akash Anand, canceled all election programs
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लखनऊ: बसपा के राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर आकाश आनंद पर दर्ज किए मुकदमे के बाद मायावती ने बड़ा फैसला लिया है। मायावती ने यूपी में होने वाले भतीजे के सभी चुनावी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है। बताया जा रहा है कि सीतापुर में एफआईआर होने के बाद उच्च स्तर पर यह फैसला किया गया है। अब उनका कार्यक्रम बाद में तय होगा, कोआर्डिनेटरों को भी कार्यक्रम लेने से रोक दिया गया है। यह भी बताया जा रहा है कि दक्षिण के राज्यों में उनका चुनावी कार्यक्रम बनाया जा रहा है। इसके लिए राज्यों के प्रभारियों को वहां भेजकर तैयारियां करने का निर्देश दिया गया है। बसपा के राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर का 28 अप्रैल को लखीमपुर खीरी, हरदोई और सीतापुर में कार्यक्रम लगा हुआ था। उसी दिन शाम को मोहनलालगंज, लखनऊ और रायबरेली में सभाएं लगी हुई थीं।

सीतापुर में चुनावी सभा के दौरान ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया जिसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई। इसके बाद भी उनका यूपी में कार्यक्रम लगा हुआ था, लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि इसे रद्द कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि यूपी में पांच, छह और 12 मई को भी उनका कार्यक्रम लगा हुआ था, लेकिन बताया जा रहा है कि इसे भी रद्द कर दिया गया है। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव मेवालाल गौतम का कहना है कि कार्यक्रम रद्द होने जैसी बात नहीं है। जल्द अन्य राज्यों के लिए उनके कार्यक्रम तय होंगे।

क्या है पूरा मामला

लोकसभा चुनाव को लेकर 28 अप्रैल को बसपा के नेशनल कोआर्डिनेटर आकाश आनंद की सीतापुर में जनसभा थी। जनसभा के दौरान आकाश आनंद ने विपक्ष पर करारा प्रहार किया। विरोधियों के खिलाफ बोलते हुए आकाश आनंद भाजपा को लेकर अचानक उग्र हो गए। राजा कॉलेज मैदान में आयोजित बसपा की रैली में आकाश आनंद भाजपा के खिलाफ विवादित टिप्पणी कर दी। भाजपा की यूपी और केंद्र सरकार पर हमलावर हुए आकाश आनंद ने कहा, इनकी नीयत नहीं है। इनकी इच्छा नहीं है कि आप कभी रोजगार में आ जाओ। ऐसी सरकार जो कभी रोजगार नहीं देती पढ़ने नहीं देती।

ऐसी सरकार का कोई हक नहीं आपके बीच आने का। ऐसे लोग अगर आपके बीच में जाएं तो वोट की जगह जूता और चप्पल मारने का काम करना। आकाश आनंद की इस टिप्पणी को चुनाव आयोग ने हिंसा फैलाने के रूप में लिया। इसके बाद पुलिस ने आकाश आनंद व श्याम किशोर अवस्थी, अक्षय कालरा व आयोजक विकास राजवंशी संमेत 35 लोगों पर भड़काऊ व हिंसक भाषण, असंसदीय भाषा का प्रयोग करने को लेकर आचार संहिता का उल्लंघन का केस दर्ज किया। इन पर धारा 171 सी, 153बी, 188, 505(2) धारा 125 के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया है।