मां लूटती थी गाड़ी और बेटा-बेटी उसी से करते थे करामात, गजब निकला MSD गैंग

Mother used to rob the car and son and daughter used to do wonders with it, MSD gang turned out to be amazing
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देवघर: झारखंड पुलिस ने लूटकांड और तस्करी की वारदात को अंजाम दे रहे MSD गैंग का पर्दाफाश किया है। MSD गैंग मतलब मदर (मां), सन (बेटा), डॉटर (बेटी) गैंग। इस शातिर मां-बेटी और बेटे के गिरोह का पर्दाफाश पुलिस ने कई जगहों पर छापेमारी करने के बाद किया। ये गैंग लंबे समय से पुलिस की आंख में धूल झोंककर वारदात को अंजाम देते चला आ रहा था। देवघर पुलिस ने इस शातिर गिरोह के सरगना समेत कुल छह लोगों को बिहार और झारखंड के अलग अलग जिलों की पुलिस की मदद से गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। बताया जा रहा है कि, मां-बेटी और बेटे का यह गिरोह बिहार और झारखंड के अलग-अलग इलाकों से बोलेरो और स्कॉर्पियो जैसी महंगी गाड़ियों को लूटकर उससे शराब तस्करी की वारदात को अंजाम दिया करते थे। गिरोह का सरगना और पकड़े गए गुर्गे बोकारो और धनबाद के रहने वाले हैं।

मां लूटवाती थी गाड़ी, बेटा-बेटी करते थे स्मगलिंग
देवघर के पुलिस अधिक्षक सुभाषचंद्र जाट के मुताबिक, बीते 23 नवंबर की शाम मां-बेटी और उसके बेटे समेत कुल सात लोगों ने बिहार के भागलपुर स्थित नवगछिया से देवघर आने के लिए एक स्कॉर्पियो गाड़ी किराए पर ली थी। देवघर पहुंचने पर सभी शातिर बदमाशों ने ड्राइवर को किराए के पैसे लेने के लिए देवीपुर स्थित एम्स के समीप चलने को कहा।जिसके बाद ड्राइवर गाड़ी लेकर एम्स के समीप पहुंचा। बदमाशों के बताए ठिकाने पर पहुंचते ही सभी ने एक दूसरे को पेड़ा खाने के लिए दिया लेकिन, ड्राइवर के पेड़े में नशीली दवाई मिली थी. इस बात से अनजान ड्राइवर ने जैसे ही पेड़ा खाया वह नशे का शिकार हो गया और फिर सभी बदमाश उसे गाड़ी में बिठाकर मार्गोमुंडा की तरफ ले गए। रास्ते में सुनसान इलाका देख स्कॉर्पियो में सवार सभी बदमाशों ने ड्राइवर के साथ मारपीट कर उसे रास्ते में ही उतार दिया और गाड़ी लेकर मौके से फरार हो गए।

बोकारो और धनबाद से पकड़े गए लूटकांड और तस्करी के मास्टरमाइंड
देवघर पुलिस कप्तान के मुताबिक, मामले की सूचना मिलते ही फौरन मधुपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी की अगुआई में इस शातिर गिरोह को पकड़ने के लिए एक टीम का गठन किया गया। और फिर शुरू हो गया ताबड़तोड़ छापेमारी और गिरफ्तारी का दौर। बताया जा रहा है कि, इस शातिर गिरोह का पर्दाफाश करने और गिरोह के सरगना समेत गुर्गों की गिरफ्तारी के लिए बिहार और झारखंड के अलग- अलग जिलों की पुलिस की मदद ली गई। आखिर में पहला सुराग मिलते ही पुलिस ने गिरोह के गुर्गे को धर दबोचा और फिर उसकी निशानदेही पर गिरोह की सरगना मां-बेटी और बेटे को भी धर दबोचा।

मां थी गैंग की सरगना
एसपी सुभाषचंद्र जाट के मुताबिक, गिरोह की सरगना स्कॉर्पियो और बोलेरो जैसी गाड़ियों को शराब की तस्करी के लिए इस्तेमाल करती थी। इन्हें लूट के जरिए हासिल किया जाता था। इतना ही नहीं, पुलिस को शक न हो इसलिए गिरोह की सरगना महिला गाड़ी में खुद सवार रहती थी। महिला को गाड़ी में सवार देख पुलिस को भी शक नहीं होता था और यह गिरोह आसानी से अपने मंसूबों को अंजाम दे देता था। जिले के पुलिस कप्तान के मुताबिक मामले की जांच अभी जारी है और आनेवाले समय में गिरोह से जुड़े और भी सदस्य की गिरफ्तारी हो सकती है। फिलहाल, देवघर पुलिस ने मां-बेटी और बेटे के इस गिरोह का पर्दाफाश कर शराब तस्करी और वाहन लूटकांड को अंजाम देने वाले एक बड़े रैकेट को बेनकाब किया है। बहरहाल, अब देखना यह है कि पुलिस की जारी जांच की आंच और कहां तक फैलती है और इस रैकेट से जुड़े और कितने शातिर चेहरे बेनकाब होते हैं।