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जयपुर: राजस्थान में सबसे ज्यादा शराब नए साल के मौके पर पी जाती है, लेकिन इस बार गर्मी के दिनों के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। इसमें राजस्थान के लोग रोज करीब 23 करोड़ की बीयर पी जा रहे हैं। वहीं, इस साल न्यू ईयर पर लोगों ने इसकी आधी ही करीब 12 करोड़ की बीयर पी थी। वहीं, 2020 में भी न्यू ईयर पर सिर्फ 10 करोड़ की बीयर बिकी थी। दरअसल, कोविड का दौर गुजरने के साथ ही जिन्दगी पहले की तरह वापस सामान्य होने लगी है। इसका असर अब शराब के शौकीनों पर भी दिखने लगा है। तेज गर्मी में शराब के शौकीन लोग अब अंग्रेजी शराब की जगह पहले की तरह वापस ठंडी बीयर पीने लगे है। यही कारण है कि इस सीजन गर्मियों में हर रोज राजस्थान में लोग 14.75 लाख (23 करोड़ रुपए से ज्यादा) से ज्यादा बोतल बीयर की गटक रहे है।
राजस्थान स्टेट बेवरेज कॉर्पोरेशन (RSBCL) की रिपोर्ट देखे तो इस साल गर्मियों के सीजन में बीयर की जबरदस्त डिमांड रही है। अप्रैल, मई और 20 जून तक 81 दिनों के अंदर पूरे राज्य में बीयर की लगभग 1 करोड़ पेटियां बिक चुकी है यानी हर रोज औसतन 1.23 लाख पेटियां बीयर की बिक रही है। बीयर की ये बिक्री पिछले 2 साल के मुकाबले 160 फीसदी तक ज्यादा है। बीयर की डिमांड का ही असर रहा कि इस साल इंडियन मेड फोरन लिकर (IMFL) की डिमांड थोड़ी कम हुई। पिछले साल कोविड के दौरान अप्रैल में IMFL की बिक्री और इस साल अप्रैल में हुई बिक्री में 29 फीसदी का अंतर है यानी इस साल 29 फीसदी कम बिक्री हुई। IMFL गिरने के पीछे कारण कंपनियों की ओर से शराब की कीमतों में इजाफा है।
तेज गर्मी में डिमांड पहुंची पौने दो लाख पेटियों तक
शराब कारोबारियों और RSBCL के अधिकारियों की माने तो जब मई-जून में प्रदेश में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास था और तेज गर्मी पड़ रही थी तब बीयर की डिमांड बहुत ज्यादा हो गई थी। ये डिमांड हर रोज औसतन 1.75 लाख पेटियों तक पहुंच गई थी। राज्य में बीयर का उत्पादन औसतन 1.30 लाख पेटियों का है, जिसके चलते गर्मियों में डिमांड ही पूरी नहीं हो सकी थी। RSBCL अधिकारियों की माने तो राजस्थान में बनी बीयर की डिमांड एनसीआर एरिया में भी खूब रही, क्योंकि एनजीटी के आदेश के बाद एनसीआर दिल्ली में बीयर उत्पादन कंपनियों ने प्रोडक्शन टाइम घटा दिया है, जिसके कारण वहां उत्पादन कम हो गया।
चुनिंदा ब्रांड्स की ही थी ज्यादा डिमांड
राजस्थान में बीयर के कुछ करीब 10 ब्रांड है, जो बिक्री के लिए शराब की दुकानों पर उपलब्ध होते है, लेकिन इसमें से भी 2-3 ही ऐसे ब्रांड थे, जिनकी डिमाण्ड सबसे ज्यादा थी। जबकि इस साल बीयर की कीमतों में सरकार ने 10 रुपए तक का इजाफा भी किया है। कोविड सेस हटने के बाद बीयर की कीमतें इस साल बढ़ी है।