पीएम मोदी ने जमकर धोया, बोलेः आज तो नेहरू जी ही नेहरू जी, मजा लो बस

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया. अपने भाषण में पीएम ने महंगाई का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नीतियां ऐसी थीं कि सरकार खुद मानने लगी थी कि महंगाई उसके नियंत्रण के बाहर है जबकि मौजूदा कोरोना महामारी के बावजूद महंगाई अब महंगाई 5.2 फीसदी रही है, उसमें भी खाद्य मुद्रास्फीति 3 फीसदी से कम है.

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के लगभग पूरे कार्यकाल में देश को डबल डिजिट महंगाई की मार झेलनी पड़ी थी और कांग्रेसी अपने समय में वैश्विक परिस्थितियों की दुहाई देकर पल्ला झाड़ लेते थे. इसी बीच पीएम मोदी ने कहा, ”वैसे महंगाई पर कांग्रेस के राज में पंडित नेहरू (पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू) ने लाल किले से क्या कहा, वो जरा आपको मैं बताना चाहता हूं.” इस दौरान विपक्षी दल कांग्रेस ने हंगामा मचाने लगे, तो प्रधानमंत्री हास-परिहास में बोले, ”आपकी शिकायत रहती है कि मैं नेहरू जी पर नहीं बोलता हूं, लेकिन आज आपकी इच्छा के अनुसार नेहरू जी ही, नेहरू जी पर बोलूंगा..मजा लीजिए आज. आपके नेता कहेंगे कि मजा आ गया. ”

नेहरू के भाषण से कांग्रेस को घेरा

पीएम मोदी ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बयान का जिक्र कर कांग्रेस को घेरा. पीएम के मुताबिक, नेहरू जी ने कहा था कि कभी कभी कोरिया में लड़ाई भी हमें प्रभावित करती है, इसके चलते वस्तुओं की कीमतें बढ़ जाती हैं और यह हमारे नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं. अगर अमेरिका में भी कुछ हो जाता है तो इसका असर भी वस्तुओं की कीमत पर पड़ता है.” मतलब देश के सामने पहले प्रधानमंत्री महंगाई को लेकर अपने हाथ ऊपर कर देते हैं.

अमेरिका में 7 फीसदी तक महंगाई दर

लोकसभा में पीएम आगे बोले, कांग्रेस आज सत्ता में होती तो महंगाई को कोरोना के खाते में जमा करके निकल जाती यानी इसके लिए महामारी को दोषी ठहरा देती. लेकिन हमारी सरकार इस समस्या को गंभीर समझ करके उसके समाधान के लिए पूरी ताकत काम कर रही है. उन्होंने कहा कि दुनिया में अमेरिका और ओईसीडी देशों में महंगाई करीब 7 फीसदी तक है, लेकिन हम ठीकरा भोड़ कर भाग जाने वाले लोगों में से नहीं हैं. हम ईमानदारी से प्रयास करने वाले लोगों में से हैं. जिम्मेदारियों के साथ देशवासियों के साथ खड़े रहने वाले लोगों में शामिल हैं.

बीजेपी से पहले केंद्र की सत्ता संभाल चुकी कांग्रेस पर हमलावर पीएम मोदी ने कहा, 2011 में तत्कालीन वित्तमंत्री ने लोगों से बेशर्मी के साथ कह दिया था कि महंगाई कम करने के लिए किसी अलादीन के जादू की उम्मीद न करें.

गरीब इतना विश्वासघाती नहीं

अपने करीब 1 घंटे 40 मिनट के भाषण में पीएम ने कहा, इस देश का गरीब इतना विश्वासघाती नहीं है कि कोई सरकार उसकी भलाई के काम करे और वो फिर उसको ही सत्ता से बाहर करे. आपकी ये दुर्दशा इसलिए आई क्योंकि आपने मान लिया था कि नारे देकर गरीबों को अपने चंगुल में फंसाएं रखोगे, लेकिन गरीब जाग गया, वो आपको जान गया. कांग्रेस 1971 से गरीबी हटाओ के नारे पर चुनाव जीतती रही, लेकिन गरीबी तो हटी नहीं और कांग्रेस ने गरीबी की परिभाषा बदलते हुए 17 करोड़ लोगों गरीबी की लिस्ट से हटा दिया. यानी सिर्फ आंकड़े बदलने का काम किया गया.

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘स्टार्टअप इंडिया’ पर की गई टिप्पणी को लेकर भी प्रधानमंत्री ने हमला बोला. पीएम ने नाम लिए बगैर कहा कि केवल सरकारें ही सभी समस्याओं का समाधान नहीं कर सकती हैं. 2014 से पहले हमारे देश में सिर्फ 500 स्टार्ट-अप थे, लेकिन पिछले 7 साल में देश में 60 हजार से अधिक स्टार्ट-अप काम कर रहे हैं. ये हमारे युवाओं की ताकत को दर्शाता है, लेकिन कुछ लोगों को देश के नौजवानों को, देश के उद्योगपतियों को, देश के वेल्थ क्रिएटर्स को डराने और भयभीत करने में आनंद आता है. लेकिन देश का नौजवान उनकी बातें सुन नहीं रहा है, इसीलिए देश आगे बढ़ रहा है.

‘मेक इन इंडिया’ को लेकर कांग्रेस पर पलटवार

रक्षा सौदों को लेकर पीएम मोदी ने पूर्ववर्ती सरकारों में रही कांग्रेस पार्टी पर टिप्पणी की और कहा कि जिन्होंने 50 वर्षों तक देश की सरकारें चलाईं, ‘मेक इन इंडिया’ को लेकर उनका क्या रवैया था, इसके लिए सिर्फ डिफेंस सेक्टर को हम देखें तो सारी बातें समझ आती हैं कि वो क्या करते थे, कैसे करते थे, क्यों करते थे और किसके लिए करते थे.

ज्यादा से ज्यादा रक्षा उपकरण भारत में ही बनाएंगे

उन्होंने कहा कि पहले नए उपकरण खरीदने के लिए वर्षों तक प्रक्रिया चलती थी. जब फाइनल निर्णय होता था, तब तक वो चीज पुरानी हो जाती थी, हम पैसे देते थे. हमनें इन सारी प्रक्रियाओं को आसान बनाया. पीएम मोदी ने कहा कि दूसरों पर निर्भर होकर इस देश की सुरक्षा निश्चित नहीं कर सकते. रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना राष्ट्रसेवा का बहुत बड़ा काम है. इस बजट में भी हमने प्रावधान किया है कि ज्यादा से ज्यादा रक्षा उपकरण हम भारत में ही बनाएंगे, भारतीय कंपनियों से ही खरीदेंगे. बाहर से लाने के रास्ते बंद करने की दिशा में हम कदम बढ़ाएंगे।

अच्छे-अच्छों को खरीद लेती थीं बड़ी ताकतें

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में बताया कि हमारी सेनाओं की जरूरतों को पूरी करने के अलावा हम एक बड़ा डिफेंस एक्सपोर्टर बनने का सपना लेकर चल रहे हैं. मुझे विश्वास है कि ये संकल्प भी पूरा होगा. मैं जानता हूं कि रक्षा सौदों में कितनी बड़ी ताकतें अच्छे-अच्छों को खरीद लेती थीं. ऐसी ताकतों को मोदी ने चुनौती दी है, इसलिए मोदी पर उनका गुस्सा होना भी स्वाभाविक है और ये गुस्सा समय समय पर प्रकट भी होता रहता है.

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राहुल गांधी के ही लोकसभा में दिए गए बयान पर पीएम मोदी ने कांग्रेस को घेरा. PM मोदी ने कहा, कांग्रेस पार्टी का सत्ता में आने की इच्छा खत्म हो चुकी है, लेकिन जब कुछ मिलने वाला नहीं है तो कम से कम बिगाड़ तो दो. इस फिलॉसफी पर कांग्रेस आज चल रही है. लेकिन कांग्रेस को हमेशा से इन बातों से नफरत रही है. विभाजनकारी मानसिकता उनके डीएनए में घुस गई है. अंग्रेज चले गए, लेकिन बांटो और राज करो की नीति को कांग्रेस ने अपना चरित्र बना लिया है. इसलिए ही आज कांग्रेस टुकड़े टुकड़े गैंग की लीडर बन गई है.