केदारनाथ दर्शन के लिए 9 नवंबर को उत्तराखंड पहुंचेंगे पीएम मोदी, अगले महीने से बंद होगा मंदिर का द्वार

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केदारनाथ (Kedarnath Mandir Gate Close) और बद्रीनाथ मंदिरों (Badrinath Mandir Gate Close) के कपाट अगले महीने बंद हो जाएंगे। देवस्थानम मंदिर बोर्ड (Devasthanam Temple Board) ने मंदिरों के द्वार बंद होने की सूचना दी है। मंदिरों का कपाट अगले साल की गर्मियों तक बंद रहेगा। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) भी अगले महीने केदारनाथ के दर्शन के लिए उत्तराखंड जाने वाले हैं।

मंदिर ट्रस्ट ने घोषणा किया है कि, ‘केदारनाथ मंदिर 22 नवंबर तक और बद्रीनाथ मंदिर 20 नवंबर तक बंद कर दिया जाएगा।’ बता दें, ‘चार धाम यात्रा’ में उत्तराखंड में चार प्राचीन तीर्थ स्थलों यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा की जाती है। बता दें कि रुद्रप्रयाग क्षेत्र में केदारनाथ मंदिर के कपाट 17 मई को खुल गए थे जबकि बद्रीनाथ मंदिर के कपाट 18 मई को खुले। दोनों मंदिर दिवाली के बाद 6 महीने तक बंद रहते हैं।

भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के उत्तराखंड (Uttarakhand) के अध्यक्ष मदन कौशिक (Madan Kaushik) के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 9 नवंबर को केदारनाथ जाएंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि प्रधानमंत्री की केदारनाथ यात्रा की विस्तृत जानकारी बाद में दी जाएगी। गौरतलब है कि अपने कार्यकाल के दौरान ऐसा दूसरी बार है जब पीएम मोदी मंदिर जाएंगे। इससे पहले उन्होंने साल 2019 में केदारनाथ मंदिर की यात्रा की थी।

उत्तराखंड सरकार ने तीर्थयात्रियों को राहत प्रदान करते हुए 6 अक्टूबर को चार धाम यात्रा 2021 के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं का एक नया सेट जारी किया। एसओपी के नए सेट में यह निर्दिष्ट किया गया था कि भक्तों को ‘दर्शन’ के लिए नामांकन करके एक ई-पास बनाना होगा। ई-पास के अलावा भक्तों के पास या तो COVID-19 वैक्सीन की दोनों डोज या एक निगेटिव कोरोना टेस्ट रिपोर्ट (RT-PCR COVID) होनी चाहिए जो 72 घंटे के अंदर की हो।

इस महीने की शुरुआत में नैनीताल हाई कोर्ट ने चारधाम यात्रा पर लगी रोक हटा दी थी, जिसकी वजह से केवल COVID-19 निगेटिव रिपोर्ट वाले यात्रियों को तीर्थयात्रा में भाग लेने की अनुमति मिली। उत्तराखंड हाई कोर्ट ने मंगलवार 5 अक्टूबर को चार धामों में प्रतिदिन दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की सीमा को हटाने का आदेश पारित किया। अब चार धाम मंदिरों – केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री या गंगोत्री के दर्शन करने के इच्छुक भक्तों की संख्या पर कोई सीमा नहीं है।