
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सांसदी जाने के बाद अब उन्हें एक महीने के अंदर सरकारी आवास भी खाली करना होगा। लोकसभा हाउसिंग कमेटी ने उन्हें इसके लिए नोटिस जारी किया है। कमेटी ने उन्हें 22 अप्रैल तक 12 तुगलक रोड का सरकारी आवास खाली करने को कहा है। सूरत कोर्ट ने मानहानि केस में राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई थी, जिसके बाद पिछले शुक्रवार को उनकी संसद सदस्यता रद्द कर दी गई थी।
विपक्ष का ब्लैक प्रोटेस्ट, सोनिया भी काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचीं
अडाणी मामले को लेकर विपक्ष ने सोमवार को ब्लैक प्रोटेस्ट किया। इसमें 17 विपक्षी दल शामिल हुए। सोनिया गांधी भी काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचीं। उधर, लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने भारी हंगामा किया। एक सांसद तो लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला के आसन तक पहुंच गया और काला कपड़ा लहराने लगा। यह देख स्पीकर सभा को स्थगित कर चले गए।
दरअसल, सुबह 11 बजे जैसे ही दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी। इससे राज्यसभा की कार्यवाही को 2 बजे तक और लोकसभा की कार्यवाही को 4 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। 2 बजे राज्यसभा की कार्यवाही और 4 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई, लेकिन हंगामे के कारण इन्हें मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को ट्वीट किया- ‘लोकतंत्र के लिए “काला अध्याय” ! पहली बार सत्ता पक्ष संसद को ठप कर रहा है। क्यों? क्योंकि मोदी जी के परम मित्र के काले कारनामे उजागर हो रहे हैं! एकजुट विपक्ष JPC की मांग पर कायम रहेगा।’
खड़गे ने कहा, ‘हम काले कपड़ों में क्यों आए हैं? हम दिखाना चाहते हैं कि पीएम मोदी इस देश में लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं। पहले उन्होंने स्वायत्त संस्थाओं को खत्म किया, इसके बाद जहां-जहां जिसने चुनाव जीता, उसे डरा-धमकाकर पीएम ने अपनी सरकार बनवाई। जो लोग उनके आगे नहीं झुके, उन्हें झुकाने के लिए ED और CBI का इस्तेमाल किया।’
खड़गे ने आज संसद की कार्यवाही शुरू होने के पहले अपने चैम्बर में विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक रखी। इसमें कांग्रेस, डीएमके, सपा, जेडीयू, बीआरएस, सीपीएम, आरजेडी, एनसीपी, सीपीआई, आप और टीएमसी समेत 17 पार्टियां शामिल हुईं।
इस बैठक में तृणमूल कांग्रेस का आना चौंकाने वाला रहा। इस सत्र में TMC अब तक किसी विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के साथ नहीं आई थी। TMC नेताओं के आने पर खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए जो भी आगे आएगा, हम उसका स्वागत करेंगे।