मध्य प्रदेश में बारिश ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, अब तक इतने इंच बरसे बदरा

Rain broke all records in Madhya Pradesh, so far it rained so many inches
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इंदौर: प्रदेशभर में इन दिनों मानसून मेहरबान नजर आ रहा है, जहां प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार भारी बारिश हो रही है। यही कारण है कि, प्रदेश के अधिकतर जलाशय और तालाब भी अब भरे हुए नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं मौसम वैज्ञानिकों ने आने वाले दिनों में भी अच्छी बारिश की संभावना जताई है। मध्य प्रदेश में मानसून की एंट्री के साथ ही भारी बारिश का सिलसिला देखने मिल रहा है, जहां अब प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार बारिश का सिलसिला जारी है, तो वहीं मालवा-निमाड़ आंचल में भी भारी बारिश का सिलसिला शुरू हो चुका है, जहां अंचल के अलग-अलग हिस्सों में लगातार बारिश जारी है।

इंदौर जिले में अब तक इतनी बारिश
मंगलवार सुबह साढ़े 8 बजे समाप्त हुये। इंदौर जिले में जारी मानसून सत्र में अब तक 679.5 मिलीमीटर (साढ़े 26 इंच से अधिक) औसत वर्षा हो चुकी है। यह गत वर्ष इस अवधि में हुई वर्षा से 239.4 मिलीमीटर (लगभग साढ़े 9 इंच) अधिक है। गत वर्ष इस अवधि में जिले में 440.1 मिलीमीटर (17 इंच से अधिक) औसत वर्षा दर्ज की गयी थी। कलेक्टर कार्यालय की भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष अब तक जिले के वर्षामापी केन्द्र इंदौर में 565 मिमी., महू में 583 मिमी., सांवेर में 753.4 मिमी., देपालपुर में 974.5 मिमी., गौतमपुरा में 619 मिमी. और हातोद में 582.3 मिमी. वर्षा दर्ज की गई है। गत वर्ष आज दिनांक तक जिले के वर्षामापी केन्द्र इंदौर में 475.6 मिमी., महू में 448 मिमी., सांवेर में 409.8 मिमी., देपालपुर में 516.3 मिमी., गौतमपुरा में 351 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी।

मध्यप्रदेश के मालवा निमाड़ अंचल में मानसून मेहरबान नजर आ रहा है, जहां इसी के चलते धार्मिक नगरी उज्जैन में शिप्रा नदी उफान पर है। शिप्रा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। यही कारण है कि, शिप्रा नदी के आसपास अलर्ट जारी किया गया है। इसी के साथ-साथ शिप्रा नदी के आसपास सुरक्षा के बंदोबस्त भी किए गए हैं। उधर, मौसम वैज्ञानिकों ने आने वाले कुछ दिनों तक उज्जैन समेत आसपास के इलाकों में इसी तरह बारिश होने की संभावना जताई है, जिससे आगे भी शिप्रा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ सकता है। उधर, प्रदेश के अलग-अलग जिलों में नदियों की भी यही स्थिति है, जहां लगातार नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है।