दिल्ली, पंजाब और हरियाणा समेत कई हिस्सों में अगले 2 दिन बारिश-आंधी के आसार, ओलावृष्टि का अलर्ट

Rain-thunderstorm expected in many parts including Delhi, Punjab and Haryana for next 2 days, hailstorm alert
Rain-thunderstorm expected in many parts including Delhi, Punjab and Haryana for next 2 days, hailstorm alert
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नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, पंजाब, हरियाणा समेत उत्तर पश्चिम भारत के कई क्षेत्रों में अगले दो दिन तक कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश के साथ आंधी चलने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इन राज्यों के साथ ही जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में मूसलाधार बारिश के साथ ओलावृष्टि का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।

उत्तराखंड के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी, अन्य राज्यों की ये स्थिति
आईएमडी के क्षेत्रीय कार्यालय के मुताबिक, उत्तरी राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में 29 और 30 मई को, पंजाब में 29 मई को और उत्तराखंड में 29 से 31 मई के दौरान कुछ क्षेत्रों में मौसम खराब हो सकता है और तेज गरज के साथ मूसलाधार बारिश और ओले गिर सकते हैं। हरियाणा और दिल्ली में मंगलवार को भी कुछ इलाकों में 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। देश के ज्यादातर हिस्सों में अगले पांच दिनों तक लू चलने की संभावना भी नहीं है। पांच दिन बाद तापमान में दो से चार डिग्री के बीच बढ़ोतरी हो सकती है।

सोमवार को कई क्षेत्रों में बारिश
सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे से पहले के 24 घंटे में दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और दक्षिण भारत के कुछ तटवर्ती इलाकों और पूर्वोत्तर के राज्यों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश दर्ज की गई। इस दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में 60-70 किलोमीटर की रफ्तार से हवा भी चली।

आईएमडी की सलाह
आईएमडी ने कहा है कि जिन क्षेत्रों में आंधी और गरज के साथ भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है, उन इलाकों में लोगों को बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलने की सलाह दी जाती है। बारिश के समय लोगों को पेड़ के नीचे भी नहीं छिपना चाहिए।

ग्लेशियर खिसकने से दो घंटे रुकी रही हेमकुंड साहिब यात्रा
उत्तराखंड के जोशीमठ के अटलाकुड़ी में सोमवार को ग्लेशियर खिसककर हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर आ गया, जिससे सुबह करीब दो घंटे तक यात्रा बाधित रही। हेमकुंड साहिब ट्रस्ट के सेवादार और एसडीआरएफ के जवानों ने बर्फ हटाई, जिसके बाद करीब 1900 तीर्थयात्रियों को हेमकुंड साहिब भेजा गया। सुबह करीब पांच बजे घांघरिया से 800 तीर्थयात्रियों का जत्था हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हुआ, लेकिन चार किलोमीटर की दूरी पर अटलाकुड़ी में ग्लेशियर आने से छह बजे यात्रा रुक गई। बर्फ हटाने में करीब दो घंटे लगे तब जाकर सुबह आठ बजे यात्रा सुचारु हो पाई।

रोहतांग समेत हिमाचल की ऊंची चोटियों पर हिमपात
हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के बीच सोमवार को रोहतांग समेत ऊंची चोटियों पर ताजा बर्फबारी हुई है। राजधानी शिमला और मंडी में बादल झमाझम बरसे। कुल्लू जिला में अंधड़ के कारण पैराग्लाइडिंग और रिवर राफ्टिंग को रोकना पड़ा। सोमवार को प्रदेश के अधिकतम तापमान में सामान्य से आठ डिग्री तक गिरावट दर्ज हुई है।

हिमाचल में बारिश-ओलावृष्टि और अंधड़ का ऑरेंज अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने मंगलवार को भी प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश, ओलावृष्टि और अंधड़ का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। दो जून तक मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है। राजधानी शिमला में सोमवार सुबह हल्के बादल छाए रहने के साथ धूप खिली। वहीं कुछ हिस्सों में दोपहर दो बजे शहर में एकाएक मौसम बदलने के साथ अंधड़ और तेज बारिश हुई। शहर के कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि भी हुई। शिमला में नौ मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है। इसके अलावा मंडी में 25, भुंतर में नौ, सुंदरनगर में छह, कुफरी में 11 और मशोबरा में पांच मिलीमीटर बारिश हुई है।

कुल्लू-मनाली में बूंदाबांदी से मौसम खुशगवार
कुल्लू, मनाली, धर्मशाला में बूंदाबांदी हुई। जिला कांगड़ा में सोमवार शाम को हुई बारिश से गर्मी से राहत मिली है। हमीरपुर जिला में दोपहर बाद झमाझम बारिश हुई। सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में 5:30 बजे के बाद गरज के साथ बारिश हुई। कई स्थानों में ओलावृष्टि भी हुई है। ऊपरी इलाकों में बारिश के चलते गेहूं, व लहसुन आदि फसलों को नुकसान पहुंचा है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 31 मई तक बारिश, अंधड़ और ओलावृष्टि का दौर जारी रहने की संभावना है। दो जून तक के लिए यलो अलर्ट भी जारी हुआ है।

हिमाचल में मानसून सामान्य से कम रहने का पूर्वानुमान
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने इस वर्ष हिमाचल प्रदेश में मानसून के सामान्य से कम रहने का पूर्वानुमान जताया है। दक्षिण पश्चिम मानसून से जून से सितंबर तक प्रदेश में सक्रिय रहने के आसार हैं। सीजन के दौरान पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने पर मानसून के सामान्य से अधिक रहने की संभावनाएं भी जताई गई है।