जयपुर। कांग्रेस के दिग्गज नेता और वरिष्ठ विधायक भंवरलाल शर्मा के निधन से खाली हुई सरदारशहर सीट पर अब उप चुनाव की तैयारी है। 6 माह के भीतर इस सीट पर उपचुनाव होने हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि अगले साल मार्च तक इस सीट पर उपचुनाव करा लिए जाएंगे। हालांकि दिलचस्प बात तो यह है कि 4 साल में यह आठवां विधानसभा उपचुनाव होगा जिसमें प्रदेश में एक साल के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी और कांग्रेस उपचुनाव के जरिए आमने-सामने होंगे।
7 में से 5 उप चुनाव जीते कांग्रेस पार्टी ने
वहीं प्रदेश में 4 साल में 7 उप चुनाव हो चुके हैं जिनमें से पांच उपचुनावों में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की है जबकि एक सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और एक सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है।
बीजेपी ने 2 सीटें गंवाई
विधानसभा उपचुनाव में प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी को भी दो सीटें गंवानी पड़ीं। मंडावा सीट पर जहां विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कब्जा किया था तो लोकसभा चुनाव के दौरान नरेंद्र खींचड़ के सांसद बनने के बाद इस सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी को जीत मिली। इसी तरह से धरियावद सीट पर भी बीजेपी का कब्जा था बीजेपी के गौतम लाल मीणा के निधन के चलते इस सीट पर हुए उपचुनाव में भी कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की। वहीं बीजेपी ने केवल राजसमंद सीट पर ही अपना कब्जा बरकरार रखा। किरण माहेश्वरी के निधन के बाद इस सीट पर हुए उपचुनाव में उनकी बेटी ने चुनाव जीता।
रालोपा ने अपनी सीट पर बरकरार रखा कब्जा
वहीं लगातार तीन बार से खींवसर सीट पर जीत दर्ज कर रहे हैं हनुमान बेनीवाल के नागौर का सांसद बनने के बाद इस सीट पर हुए उपचुनाव में भी रालोपा ने अपना दबदबा बरकरार रखा और हनुमान बेनीवाल के भाई नारायण बेनीवाल यहां से जीत दर्ज करने में कामयाब रहे।
7 में से 5 उप चुनाव जीते कांग्रेस पार्टी ने
सत्तारूबढ़ कांग्रेस पार्टी ने सात में से पांच उपचुनाव में जीत दर्ज की है जिनमें मंडावा, सुजानगढ़, सहाड़ा, वल्लभनगर और धरियाबाद विधानसभा क्षेत्र है।
रामगढ़ में भी ने जीता चुनाव
इससे पहले साल 2018 में विधानसभा चुनाव के दौरान रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से बसपा प्रत्याशी के निधन के चलते इस सीट पर चुनाव रद्द कर दिया गया था जिसे सरकार बनने के बाद हुए चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की थी। कांग्रेस की सफिया जुबेर यहां से विधायक बनीं।