- मशहूर भोजपुरी एक्ट्रेस अमृता पांडेय की अचानक हुई मौत, ऐसे लटकी मिली लाश - April 29, 2024
- दूसरी मंजिल से बस गिरने वाला था बच्चा, नीचे चादर खोले खड़े रहे लोग; तभी हो गया ‘चमत्कार’ - April 29, 2024
- भारत का पहला अरबपति, जो चलती गाड़ियों पर कब्ज़ा कर लेता था, अपनी कंजूसी के लिए बदनाम था। - April 29, 2024
Rajasthan Elections: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) ने बुधवार को पार्टी के राष्ट्रीय मुख्यालय पहुंचकर पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष (B L Santosh) के साथ मुलाकात की. हालांकि इसे एक औपचारिक मुलाकात बताया जा रहा है लेकिन राजस्थान विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर दोनों नेताओं की इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान में सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने का मन बना चुकी बीजेपी आलाकमान वसुंधरा राजे के कद और राजनीतिक प्रभाव को देखते हुए उन्हें कोई बड़ी भूमिका दे सकता है.
विधानसभा चुनाव के लिए बनने वाली चुनाव प्रचार कमेटी की कमान सौंपने सहित कई अन्य विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा है. वसुंधरा राजे सिंधिया वर्तमान में पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष है लेकिन वह राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी दावेदारी छोड़ने को तैयार नहीं है. वसुंधरा गुट की तरफ से लगातार आलाकमान से यह मांग की जा रही है कि पार्टी उन्हें अपना चेहरा घोषित कर चुनाव में उतरे, जबकि उनके विरोधी सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं.
राजस्थान में भी पीएम मोदी के नाम पर ही लड़ेगी बीजेपी?
उधर, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने हाल ही में मीडिया से बातचीत में सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने की वकालत करते हुए यह कहा था कि, जिस पार्टी के पास दुनिया का सबसे लोकप्रिय चेहरा और सबसे सक्षम नेतृत्व हो उस पार्टी को चेहरों के होने या ना होने से कोई फर्क नहीं पड़ता. हमारे पास मोदी जी का इतना सशक्त चेहरा है जिनके लिए देश की जनता में आज भी इतना जबरदस्त क्रेज है. हम राजस्थान में प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ेंगे और आगे की प्रक्रिया तय करना पार्टी के संसदीय बोर्ड का काम है. संसदीय बोर्ड यह तय करेगा कि राजस्थान का नेतृत्व कौन करेगा. इस लिहाज से आज की इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है.