
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर के जीआईसी मैदान में 10 फरवरी को किसानों की महापंचायत बुलाने की घोषणा की गई है। किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने घोषणा करते हुए किसानों से आह्वान किया है कि वह सरकार द्वारा अवैध घोषित किए गए ट्रैक्टर और अन्य वाहनों से ही पंचायत में पहुंचे।
28 जनवरी से मुजफ्फरनगर के जीआईसी मैदान में विभिन्न मांगों को लेकर किसानों का अनिश्चितकालीन धरना जारी है। भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले चल रहे अनिश्चितकालीन धरने के तहत शुक्रवार को चौधरी राकेश टिकैत ने 10 फरवरी को महापंचायत बुलाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि गन्ना भुगतान और गन्ना मूल्य सहित बिजली के गलत बिल, आवारा पशुओं का मुद्दा महापंचायत में अहम रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों पर झूठे मुकदमे लगाए हुए हैं। उनका भी आज तक कोई निस्तारण नहीं हुआ।
10 साल पुराने किसान वाहन और ट्रैक्टर के रजिस्ट्रेशन रद्द
बिजली के गलत बिल आ रहे हैं और 10 साल पुराने किसान वाहन और ट्रैक्टर के रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिए गए हैं। जिस से किसान परेशान है। इस मामले में सरकार ने कोई राहत कारी कदम नहीं उठाया। चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि इन सभी मुद्दों को लेकर मुजफ्फरनगर में महापंचायत का आयोजन किया गया है। जिसमें ज़िले और आसपास के हजारों किसान हिस्सा लेंगे। उन्होंने फिलहाल पंजाब और हरियाणा के किसानों की एंट्री से इनकार किया।
सभी मुद्दों पर होगी गंभीरता से चर्चा
कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के नेता महापंचायत में शिरकत करेंगे। राकेश टिकैत ने कहा कि हालात ऐसे बन गए हैं अब खेती किसानी संभव नहीं रही है। उन्होंने कहा कि 10 फरवरी को महापंचायत में कोई बड़ा निर्णय लिया जा सकता है। पत्रकारो के सवाल पर कहा कि महापंचायत 5 सितंबर जैसी होगी। उन्होंने कहा कि किसानों से आह्वान किया जा रहा है कि वह सरकार द्वारा अवैध घोषित किए गए ट्रैक्टरों के साथ ही जीआईसी मैदान मैं आयोजित महापंचायत में शिरकत करें। उन्होंने कहा कि सभी मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा होगी।