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हरिद्वार: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, साल 2023 की शुरुआत सभी राशियों के लिए काफी अच्छी होने की बात कही गई थी. हालांकि कुछ राशि के जातकों को सावधान रहने की सलाह दी गई थी. वहीं, मीन राशि पर अप्रैल 2022 से साढ़ेसाती शुरू हो गई थी. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब साढ़ेसाती वक्रीय हो तो कम प्रभाव पड़ता है, लेकिन जब मार्गीय हो जाए, तो उन राशियों पर साढ़ेसाती का पूरा प्रभाव पड़ता है. जानकारी के अनुसार, जब शनि की साढ़ेसाती चलती है, तो कई परेशानियों से उन राशि के जातकों को जूझना पड़ता है. जब किसी राशि पर साढ़ेसाती शुरू होती है, तो वे राशि वाले इस बात को जानने के ज्यादा इच्छुक होते हैं कि उनकी राशि में शनिदेव किस पैर से चल रहे हैं.
दरअसल शनिदेव साढ़ेसाती के दौरान कई पैरों से चलते हैं. किसी में शनि देव सोने के पैर, तो किसी की राशि में शनि देव चांदी के पैर या फिर किसी की राशि में लोहे के पैरों से चलते हैं. कहा जाता है कि जब शनिदेव सोने के पैरों से चलते हैं, तो उन राशि वालों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत होती है. हालांकि मीन राशि में शनि देव चांदी के पैरों से चल रहे हैं, जिसमें उनका प्रभाव कम रहेगा.
उत्तराखंड का गठन 9 नवंबर 2000 को हुआ था. ज्योतिष एवं वास्तु कला के अनुसार, उत्तराखंड की वृष राशि है, लेकिन उत्तराखंड की जन्म राशि मीन है. मीन राशि पर अप्रैल 2022 से शनि की साढ़ेसाती शुरू हो गई थी, लेकिन शनिदेव के वक्रीय होने से प्रभाव कम था. मंगलवार (17 जनवरी 2023) की रात 8 बजे से उत्तराखंड की जन्म राशि मीन पर साढ़ेसाती में शनिदेव मार्गीय हो जाएंगे, जिस कारण मीन राशि पर शनिदेव का सीधा प्रभाव पड़ने से उत्तराखंड की कई चीजें प्रभावित हो सकती हैं.
हरिद्वार के प्रसिद्ध ज्योतिषी पंडित मनोज त्रिपाठी ने ‘न्यूज़ 18 लोकल’ से बात करते हुए बताया कि उत्तराखंड की वृष राशि है, लेकिन उत्तराखंड का गठन 9 नवंबर 2000 को हुआ था, इसीलिए प्रदेश की जन्म राशि मीन है. अप्रैल 2022 से मीन राशि पर शनि देव की साढ़ेसाती शुरू हो गई थी जिसमें शनि वक्रीय थे. वहीं, उनका कहना है कि 17 जनवरी को शनिदेव कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे और 17 जनवरी को ही मीन राशि की साढ़ेसाती में शनि देव मार्गीय हो जाएंगे, जिस कारण मीन राशि वालों को ज्यादा सावधानियां बरतने की जरूरत हैं.
सीएम धामी को होगी मुश्किल!
पंडित मनोज त्रिपाठी बताते हैं कि साढ़ेसाती चलने के कारण प्रदेश की राजनीति में आपसी तनाव बना रहने की उम्मीद है. शनिदेव का प्रभाव कम करने के लिए विशेष रूप से शनिवार को मीन राशि वाले अंडा, मांस, मछली और शराब का सेवन न करें बल्कि वे सात्विक भोजन लें. ऐसा करने से उन्हें काफी लाभ मिलेगा. वे बताते हैं उत्तराखंड के अलग-अलग स्थानों पर आपदा जैसे योग बने रहेंगे. सीएम पुष्कर सिंह धामी और मंत्रियों में आपसी तनाव या खींचतान की स्थिति बनी रह सकती है, जिसके लिए सीएम धामी को उपचार करने ही होंगे. उन्हें लोगों को मनाना भी पड़ेगा और लोगों को भगाना भी पड़ेगा.