UP BJP is likely to be announced anytime: उत्तर प्रदेश Bhartiya Janta Party (बीजेपी) की नई टीम की घोषणा अब किसी भी समय की जा सकती है। हालांकि इसकी अटकलें कई दिनों से लगाई जा रही हैं लेकिन ये फैसला किसी भी सयम लिया जा सकता है। बीजेपी के सूत्रों की माने तो केंद्रीय आलाकमान से चर्चा के बाद यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी(UP BJP Chief Bhupendra Chaudhary) ने अपनी नई टीम की लिस्ट तैयार कर ली है। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि नवरात्र के समय इसका ऐलान किया सकता है। यूपी बीजेपी के एक पदाधिकारी के मुताबिक इस बार वर्तमान टीम में बड़े बदलाव दिखाई देंगे। अटकलें ये भी हैं कि बीजेपी क्षेत्रीय अध्यक्षों और मोर्चा के अध्यक्षों को बदला जा सकता है।
बीजेपी संगठन के भीतर हो सकता है बड़ा बदलाव
बीजेपी के एक पदाधिकारी ने कहा कि बीजेपी में चार क्षेत्रों के क्षेत्रीय भाजपा प्रमुखों को भी बदला जा सकता है। इसके अलावा मेन बॉडी में दस से 15 लोगों के नामों में फेरबदल होने की संभावना जतायी जा रही है। इसके साथ ही बीजेपी के भीतर महासचिव पद की दौड़ दिलचस्प हो गई है क्योंकि ‘एक व्यक्ति, एक पद’ के सिद्धांत के अनुरूप कई मंत्रियों को पद खाली करना होगा। यूपी बीजेपी के सूत्रों की माने तो बीजेपी के चीफ भूपेंद्र चौधरी इस बार संगठन में बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक की तैयारी में हैं।
कई मंत्रियों की संगठन से होगी छुट्टी, दिखेंगे नए चेहरे
हालांकि, कम से कम तीन नए उपाध्यक्ष होंगे। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर, ऊर्जा और शहरी विकास मंत्री एके शर्मा उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देंगे उनकी जगह नए चेहरों को मौका मिलेगा। वहीं काशी के लक्ष्मणाचार्य को सिक्किम का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। वह पहले ही पद से इस्तीफा दे चुके हैं। इसी तरह राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप भी यूपी बीजेपी के ओबीसी मोर्चा प्रमुख के पद से इस्तीफा देना होगा। सूत्रों ने बताया कि उक्त पदों पर नियुक्तियों के अलावा अन्य पदाधिकारियों के अपने पद पर बने रहने की संभावना है।
जिम्मेदारियों में भी हो सकता है फेरबदल
बीजेपी सूत्रों ने कहा कि पार्टी उपाध्यक्षों को महासचिव के पद पर और सचिवों को उपाध्यक्ष के पदों पर पदोन्नत करने के पक्ष में है। अगर केंद्रीय नेतृत्व क्षेत्रीय प्रमुखों को बदलने पर सहमत होता है, तो उन्हें उपाध्यक्ष पद पर प्रोन्नत किया जा सकता है। जिन चार क्षेत्रीय प्रमुखों को उनके लंबे कार्यकाल को देखते हुए हटाया जा सकता था उनमें मानवेंद्र सिंह (कानपुर क्षेत्र), धर्मेंद्र कुमार (गोरखपुर क्षेत्र) और महेश श्रीवास्तव (काशी क्षेत्र) हो सकते हैं। शेषनाथ मिश्रा के निधन के बाद से अवध क्षेत्र प्रमुख का पद खाली है।
क्षेत्रीय अध्यक्षों में भी बदलाव कर सकते हैं यूपी बीजेपी बॉस
सूत्रों ने कहा कि पार्टी किसी ब्राह्मण या कुर्मी को अवध या काशी का क्षेत्रीय प्रमुख नियुक्त कर सकती है लेकिन अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व को लेना है। बीजेपी के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि, “अगर पार्टी मुख्य रूप से जाट होने के कारण पश्चिम यूपी बीजेपी प्रमुख मोहित बेनीवाल को हटाने का फैसला करती है तो उनकी जगह ठाकुर, ब्राह्मण या ओबीसी से बदल दिया जाएगा। ओबीसी से, पाल समुदाय के नेताओं को क्षेत्रीय प्रमुख के रूप में पदोन्नत किया जा सकता है।”