Nepal Plane Crash: नेपाल का यात्री विमान यति एयरलाइंस (Yeti Airlines Plane Crash) पोखरा एयरपोर्ट (Pokhara Airport) पर उतरते समय रविवार (15 जनवरी) को सेती नदी घाटी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे कम से कम 68 लोगों की मौत हो गई। लैंडिंग से महज 10 सेकंड पहले ही यति एयरलाइंस का प्लेन क्रैश हो गया। विमान में पांच भारतीय नागरिकों समेत कुल 72 लोग सवार थे। इनमें 10 विदेशी नागरिक भी शामिल थे। चार लोगों का अब भी पता नहीं चल पाया है। विमान हादसे में उत्तर प्रदेश के 4 युवकों की भी मौत हुई है। चारों भारतीय यात्री विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से कुछ मिनट पहले अपने अनुभव साझा करने के लिए फेसबुक पर लाइव थे। चारों उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के रहने वाले थे।
फेसबुक पर 1.3 मिनट के लाइव वीडियो में उनमें से एक को उत्साह से मौज कर दी चिल्लाते हुए देखा जा सकता है, क्योंकि कैमरा नीचे पोखरा शहर पर केंद्रित है। फोन का कैमरा उनमें से एक सोनू जायसवाल (35) पर भी पैन करता है। हालांकि, 58 सेकंड के बाद वीडियो विमान को बाईं ओर एक तेज मोड़ लेता है और फिर दुर्घटनाग्रस्त होकर आग की लपटों में बदल जाता है। कैमरे में अगले 30 सेकंड के लिए अपने चारों ओर आग की लपटें रिकार्ड हो गईं।
गाजीपुर के गांवों में छाया मातम
गाजीपुर के बरेसर के रहने वाले ये चारों यात्री उन पांच भारतीयों में शामिल थे, जिनकी दुर्घटना में 68 अन्य यात्रियों के साथ मौत हो गई। सोनू जायसवाल (35), अभिषेक सिंह कुशवाहा (25), विशाल शर्मा (22) और अनिल कुमार राजभर (27) 13 जनवरी को काठमांडू पहुंचे थे और पशुपतिनाथ मंदिर में पूजा करने के बाद वे पैराग्लाइडिंग के लिए पोखरा जा रहे थे। रविवार को गाजीपुर जिले के बारेसर और नोनहारा क्षेत्र के गांवों में मातम छा गई।
रिपोर्ट के मुताबिक, सोनू जायसवाल शराब कारोबारी थे, जबकि अनिल राजभर और अभिषेक कुशवाहा गाजीपुर के जहूराबाद और अलावलपुर में जन सेवा केंद्र चलाते थे। विशाल शर्मा एक दोपहिया वाहन एजेंसी में वित्त अधिकारी थे। यह सोनू की फेसबुक प्रोफाइल थी, जहां वीडियो लाइव था। उसके चचेरे भाई रजत जायसवाल ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से इसकी पुष्टि की।
जिंदगी का आखिरी लाइव
रजत ने कहा कि सोनू पोखरा के लिए उड़ान भरने के बाद फेसबुक पर लाइव थे। लाइव-स्ट्रीमिंग से पता चला कि सोनू और उनके साथी खुश मूड में थे, लेकिन स्ट्रीमिंग बंद होने से पहले अचानक आग की लपटें दिखाई दीं। उन्हें गाजीपुर जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय द्वारा नेपाल विमान दुर्घटना में जिले के चार लोगों की मौत के बारे में सूचित किया गया था।
बडेसर के SHO देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि उन्होंने चारों की पहचान की पुष्टि की और फिर वह अनिल राजभर के घर गए और उनके पिता रामधरस से मिले। सिंह ने कहा कि रामधरस ने हमें बताया कि चारों- अनिल, अभिषेक, विशाल और सोनू 13 जनवरी को नेपाल के लिए रवाना हुए थे और एक सप्ताह रुकने की योजना बनाई थी।
अंचल अधिकारी, कासिमाबाद, बलराम सिंह ने कहा कि उन्होंने SDM के साथ चारों युवकों के घर का दौरा किया और उनके शवों को वापस लाने में उनके परिवारों को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। अभिषेक के बड़े भाई अभिनय ने कहा कि हमें नेपाली और भारतीय दूतावासों से फोन आए हैं। हमें सूचित किया गया है कि शव सोमवार सुबह दिल्ली पहुंचेंगे।
कैसे हुआ विमान हादसा?
नेपाल के नागर विमानन प्राधिकरण (CAAN) ने बताया कि यति एयरलाइंस (Yeti Airlines) के 9N-ANC ATR-72 विमान ने रविवार सुबह 10 बजकर 33 मिनट पर काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। पोखरा एयरपोर्ट पर उतरते वक्त विमान पुराने एयरपोर्ट और नए एयरपोर्ट के बीच सेती नदी (Seti River) के तट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। नेपाल की एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से कहा गया है कि हादसा तकनीकी खराबी की वजह से हुआ।