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भोपाल: मध्यप्रदेश में मोसम का एक बार फिर मिजाज बदला है। पिछले दिनों तापमान बढ़ने से गर्मी ने तेवर दिखाए थे जिसके बाद मोसम रविवार से एक बार फिर बदला है और आने वाले तीन दिनों पूरे प्रदेश में ओले गिरने और बारिश होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इनके साथ ही 40 से 60 Km प्रति घंटे तक की रफ्तार में आंधी चलने की संभावना जताई जा रही है। इसके लिए मौसम वैज्ञानिकों ने रेड, ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही सीहोर, शाजापुर, बैतूल, नर्मदापुरम, सागर, राजगढ़, गुना, अशोकनगर, रायसेन, धार, देवास, इंदौर, पांढुर्णा, बालाघाट, डिंडोरी, विदिशा,और मंडला जिलों में बिजली चमकने के साथ हल्की बारिश होने की संभावना जताई है।
मध्यप्रदेश में रविवार को राजधानी भोपाल, रायसेन, सागर और दमोह समेत कई जिलों में बारिश हुई है। वहीं सिवनी और बालाघाट के मलाजखंड में बूंदाबांदी हुई। कई जिलों में दिनभर बादल छाए रहे। हालांकि बीच-बीच में धूप भी निकली है। बताया जा रहा है कि 10 अप्रैल को सिस्टम और स्ट्रॉन्ग हो जाएगा जिससे इस दिन पूरे प्रदेश में बारिश, ओले और आंधी का असर देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने इस दिन के लिए ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया गया है। बता दें कि अप्रैल महीने में प्रदेश में आंधी-बारिश का ट्रेंड है। पिछले 10 में से 7 साल बारिश हुई थी। इस बार भी ऐसा ही मौसम रहेगा। पूरे प्रदेश के भीगने की संभावना है।
डिस्टरबेंस भी एक्टिव है, जो अगले एक-दो दिन में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम और स्ट्रॉन्ग होगा। इस वजह से मध्यप्रदेश के साथ विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा और झारखंड में नमी का फ्लो बना रहेगा। इसका असर मध्यप्रदेश के दक्षिण हिस्से पर पड़ने की संभावना जताई है।
मोसम विभाग ने जारी की एडवायजरी
मौसम विभाग ने बारिश, ओले, और आंधी चलने का अनुमान जताया है और इसके लिए एक एडवाइजरी भी जारी की है जिसमे बताया गया है कि ओले और तेज हवा के कारण फसलों को नुकसान की संभावना है और आकाशीय बिजली गिरने से जान-माल को हानि हो सकती है। एडवाइजरी में लोगों को कहा गया है कि घर के अंदर ही रहें। खिड़की और दरवाजे बंद करें। यदि संभव हो तो यात्रा से बचें। इसके साथ इलेक्ट्रिक एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें।
पूर्वी मध्यप्रदेश में जहां भी बारिश की संभावना है, वहां फसलों को सुरक्षित करने के उपाय के साथ सिंचाई और रासायनिक छिड़काव से बचें। पश्चिमी मध्यप्रदेश में जहां तेज धूप निकलने का अनुमान है, वहां हल्की सिंचाई करें।
मोसम विभाग के अनुसार 9 अप्रैल को नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में रेड अलर्ट जारी किया गया है। 50 से 60 Km प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी चल सकती है। रायसेन, हरदा, खंडवा, सिवनी, बालाघाट और सागर में ऑरेंज अलर्ट है। भोपाल, विदिशा, सीहोर, राजगढ़, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, रीवा, सतना, मैहर, अनूपपुर, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में हल्की बारिश होने का अनुमान है।
सीनियर वैज्ञानिक डॉ. सिंह ने बताया कि चक्रवाती हवाओं में और ज्यादा सक्रियता आने लगी है। इसके अलावा उत्तर भारत में एक वेस्टर्न एक्टिव हुआ है। ओर अप्रैल में पहली बार साइक्लोनिक सर्कुलेशन और वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से स्ट्रॉन्ग सिस्टम की एक्टिविटी है। इस कारण आंधी, बारिश, ओले और आकाशीय बिजली की गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। 10 अप्रैल को सिस्टम ज्यादा स्ट्रॉन्ग रहेगा। इससे भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, रीवा समेत पूरे प्रदेश में कहीं बारिश तो कहीं ओले-आंधी का दौर जारी रह सकता है।