बारिश से हरा क्यों हो गया दुबई का आसमान, क्या यह प्रलय की निशानी है? वैज्ञानिकों ने क्या कहा

Why did the sky of Dubai turn green due to rain, is it a sign of doomsday? what the scientists said
Why did the sky of Dubai turn green due to rain, is it a sign of doomsday? what the scientists said
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दुबई: पिछले कुछ दिनों में दुबई में एक अभूतपूर्व मौसम का अनुभव हुआ है। इस वक्त पूरा दुबई भारी बारिश और बाढ़ से बेहाल है। जलप्रलय के कारण पूरे संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की सड़को पर पानी भर गया है। इससे न सिर्फ दुबई का हवाई यातायात प्रभावित हुआ है, बल्कि सड़क के रास्ते भी लोगों का आना जाना मुश्किल हो गया है। इससे यूएई के सातों अमीरात में सामान्य गतिविधिया रुक सी गई हैं। इसे पिछले 75 वर्षों में यूएई में सबसे ज्यादा हुई बारिश बताया जा रहा है। यूएई की सरकारी मौसम एजेंसी ने इसे “ऐतिहासिक मौसम घटना” करार दिया। इस बीच यूएई की तबाही की तस्वीरें सुर्खियां बन रही हैं, वहीं अब दुबई के आसमान के हरे होने के वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया में धूम मचा रही हैं। कई यूजर्स ने इस घटना को लेकर हैरानी जताई है, वहीं कई ऐसे भी हैं जिन्होंने इसे भविष्य के लिए खतरनाक संकेत करार दिया है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक वीडियो एक टाइम-लैप्स क्लिप है जिसमें मटमैले आकाश को धुंधले हरे रंग में बदलते हुए दिखाया गया है। 17 अप्रैल को पोस्ट किए गए 23 सेकंड के वीडियो में कैप्शन दिया गया है: “दुबई में आसमान हरा हो गया! दुबई में आज आए तूफान की वास्तविक फुटेज।” एक यूजर ने लिखा, “दुबई में आज आए तूफान की वास्तविक फुटेज। आप देख सकते हैं कि आसमान हरा हो गया है!!!”

वैज्ञानिकों ने क्या कहा

फॉक्स न्यूज की एक रिपोर्ट में वातावरण में प्रकाश के प्रसार से बादल में बर्फ की बूंदों के कारण रंग में बदलाव का कारण बताया गया है। राष्ट्रीय मौसम सेवा अधिकारियों का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है, “तूफान वाले बादलों में पर्याप्त गहराई और पानी की मात्रा वाले पानी/बर्फ के कण मुख्य रूप से नीली रोशनी बिखरती है। जब वायुमंडल द्वारा बिखरी हुई लाल रोशनी बादलों में नीले पानी/बर्फ की बूंदों को रोशन करती है, तो वे हरे रंग की चमकती दिखाई देंगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि “नीले-हरे आकाश और बवंडर उत्पादन के बीच कोई ज्ञात संबंध नहीं है।”

मौसम विज्ञानी ने बताया कारण

इसका समर्थन करते हुए, विस्कॉन्सिन-मैडिसन विश्वविद्यालय की एक रिपोर्ट में मौसम विज्ञान उपग्रह अध्ययन के लिए सहकारी संस्थान के एक अनुसंधान मौसम विज्ञानी स्कॉट बाखमीयर के हवाले से कहा गया है, “जब नीली वस्तुओं को लाल रोशनी से रोशन किया जाता है, तो वे हरी दिखाई देती हैं। हरा रंग महत्वपूर्ण है, लेकिन यह इस बात का प्रमाण नहीं है कि बवंडर आने वाला है। हरे बादल केवल तभी दिखाई देंगे जब बादल बहुत गहरा हो, जो आम तौर पर केवल गरज वाले बादलों में होता है। वे उस प्रकार के तूफान हैं जो ओलावृष्टि और बवंडर उत्पन्न कर सकते हैं।”