पति के बर्थडे पर फ्रेंड की मदद से पत्नी ने दिया ‘मौत का गिफ्ट’,पढ़ें रिश्तों के कत्ल की कहानी

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इंदौर: प्यार में कत्ल की यह कहानी मध्य प्रदेश, उत्तराखंड से लेकर राजस्थान के कोटा तक सफर करती है. पति के बर्थ-डे पर उसे मौत ‘गिफ्ट’ करने वाली पत्नी की करतूत रिश्तेदारों को पता चली उनके पैरों के नीचे से जमीन ही खिसक गई. किसी को विश्वास नहीं हुआ कि जिस पत्नी को यशपाल इतना प्यार करता था, उसके लिए नौकरी तक छोड़कर आने वाला था, उसके देहरादून आने से पहले ही पत्नी ने इंदौर में ही पति की मौत की स्क्रिप्ट लिख दी और इसे उसके प्रेमी ने अंजाम दिया. आखिर क्या है बीवी, फेसबुक फ्रेंड और बर्थ-डे पर गिफ्ट की यह कहानी? आखिर क्यों पति से प्यार पाने वाली पत्नी ही उसका काल बन गई? घटना जून 2016 की है लेकिन आज भी लोग याद करके सिहर जाते हैं. उत्तराखंड की रहने वाली पूजा के दिल का एक वॉल्व खराब था. यही बात उसे सताती थी. इसी बीच उसके पड़ोस में रहने वाले यशपाल बिष्ट से उसकी दोस्ती हुई. दोनों ने कई साल चली मोहब्बत के बाद शादी करने का फैसला लिया. पूजा हार्ट पेशेंट थी. यह बात यशपाल जानता था. इसके बावजूद भी उसने उससे शादी की. शादी के बाद दोनों इंदौर आ गए थे.

इलाज के लिए भांजे के साथ देहरादून आकर रहने लगी
इंदौर में यशपाल को एक कंपनी में नौकरी मिल गई. इंदौर के एबी रोड पर दोनों मकान लेकर रहने लगे. सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था, लेकिन इस बीच पूजा के हार्ट की समस्या बढ़ने लगी. इसलिए वह इलाज के लिए भांजे के साथ देहरादून में आकर रहने लगी. यशपाल इंदौर में ही नौकरी कर रहा था. वह कभी-कभी पूजा का इंदौर बुला लेता था. लेकिन नौकरी की मजबूरी और इलाज की जरूरत के चलते दोनों के बीच देहरादून-इंदौर की दूरियां कायम थीं. पूजा से मोहब्बत करने वाला यशपाल चाहता था कि किसी तरह दोनों एक ही जगह सैटल हो जाएं और वो इसके लिए प्रयास भी कर रहा था.

पूजा उर्फ अंजली भंडारी, वह इसी नाम से वह अपना फेसबुक अकाउंट चलाती थी. फेसबुक के जरिए पूजा का परिचय करण उर्फ सिद्धू नाम के युवक से हुआ. थोड़े दिन की चेटिंग के बाद दोनों नजदीक आ गए. करण भी शादीशुदा था और उसने फेसबुक पर खुद को एटीएस का सिपाही बता रखा था और पोस्टिंग कोयंबटूर बताई थी. असल में करण राजस्थान के कोटा में फर्नीचर का काम करता था. उसकी पत्नी और बच्चे देहरादून में रहते थे इसीलिए उसका देहरादून आना-जाना था. इसी दौरान करण और अंजली (पूजा) दोनों में प्रेम हुआ और नजदीकियां बढ़ीं. चालाक पूजा ने पति यशपाल की दोस्ती भी करण से करा दी, ताकि उसे दोनों पर शक न हो.

पति ने पत्नी को दी खुशखबरी जो बनी मौत की वजह
यशपाल 6 साल से पत्नी से दूर इंदौर में था. वह पत्नी के पास जाना चाहता था. आखिर उसके प्रयास रंग लाए और उसने सबसे पहले यह खुशखबरी अपनी पत्नी पूजा को दी. उसने बताया कि उसे देहरादून की एक कंपनी में नौकरी मिल गई है. पूजा ने ऊपर के खुशी का इजहार किया, लेकिन असलियत में उसे बुरा लगा. उसने तुरंत प्रेमी करण को फोन करके कहा कि अगर पति आ गया तो दोनों का मिलना बंद हो जाएगा. इसी बीच इंदौर में किराए के घर में यशपाल की हत्या हो गई. गला दबाकर हत्या की गई थी और मुंह में ठूंसा हुआ रूमाल साजिश की गवाही दे रहा था. पुलिस ने मकान मालिक से पूछा तो उसने बताया कि यशपाल ने कहा था कि उसका भाई आने वाला है. इसके बाद उससे मुलाकात नहीं हुई.

पुलिस को हत्या की जगह मिली थी करण की लोकेशन
पुलिस ने यशपाल के फोन की कॉल डिटेल निकाली तो पता चला कि राजस्‍थान में फर्नीचर का काम करने वाला करण सिद्धू नाम के किसी व्यक्ति की लोकेशन घटनास्थल पर थी और यशपाल और करण की मोबाइल पर बातचीत भी हुई. पुलिस ने करण सिद्धू के फोन की डिटेल निकाली तो उससे कई बार देहरादून की किसी लड़की से बात की थी. जब उसकी पड़ताल की तो वह नंबर पूजा उर्फ अंजली का निकला. पुलिस का शक पूजा पर गहरा गया. पूजा परिजन के साथ पति का शव लेने जब इंदौर आई, तभी पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने तोते की तरह सच उगल दिया. उसके बयान के आधार पर पुलिस ने प्रेमी करण को भी गिरफ्तार कर लिया.

प्रेम का भंडाफोड़ होने के डर से रची मौत की साजिश
इंदौर के तत्कालीन सीएसपी सुनील पाटीदार के मुताबिक गिरफ्तारी के बाद पूजा ने बताया कि यशपाल का फोन आने के बाद उसको लगा कि अब उसके प्रेम का भंडाफोड़ हो जाएगा. इसलिए उसने तुरंत करण को फोन करके कहा कि जो भी हो करो, बस यशपाल को रास्ते से हटा दो. पूजा ने प्लान भी बताया कि इसी महीने यशपाल का जन्मदिन भी है. तुम बर्थ-डे के बहाने इंदौर ही चले जाओ. किसी को शक नहीं होगा. प्रेमिका के कहने पर करण ने दो प्रोफेशनल किलर को सुपारी दी और साथ लेकर इंदौर पहुंच गया.

उसने पुलिस को बताया कि यशपाल से उनका परिचय अपने दोस्त के रूप में कराया. चारों ने रात में बर्थ-डे पार्टी मनाई. जब यशपाल की गहरी नींद लगी तो तीनों लड़कों ने उसका गला घोंट दिया. रूम का सामान बिखेर दिया, ताकि लूट का मामला लगे और बाहर से ताला लगा गए. उसका मोबाइल भी साथ ले गए. जाते-जाते नीचे के रहने वाले किराएदार विवेक के कमरे का दरवाजा भी बाहर से लगा गए. हत्या के बाद करण राजस्थान पहुंचा. उसने पूजा को बताया कि वह यशपाल को मौत का तोहफा दे आया है.