यूपी वालों को मिलने जा रहे 6 और एक्सप्रेस-वे, प्रयागराज से वाराणसी, मेरठ से हरिद्वार…

6 more expressways going to meet the people of UP, Prayagraj to Varanasi, Meerut to Haridwar...
6 more expressways going to meet the people of UP, Prayagraj to Varanasi, Meerut to Haridwar...
इस खबर को शेयर करें

लखनऊ : उत्‍तर प्रदेश के हर हिस्से में विकास की गति को गति देने के लिए वहां एक्सप्रेस-वे (Expressway In Uttar Pradesh) से पहुंच बनाई जाएगी। इसके लिए राज्य सरकार 6 और नए एक्सप्रेस-वे बनाने की तैयारी कर रही है। इन एक्सप्रेस-वे के बनने से धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ औद्योगिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। इन एक्सप्रेस-वे का प्रस्ताव यूपीडा ने तैयार कर लिया है। जल्द ही इसे कैबिनेट के सामने मंजूरी के लिए रखा जाएगा। मंगलवार को औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के सामने प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे का प्रेजेंटेशन किया गया। बैठक में यूपीडा के सीईओ अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास अरविंद कुमार, सीईओ इंवेस्ट यूपी अभिषेक प्रकाश, चीफ इंजिनियर यूपीडा सलिल यादव, वित्त नियंत्रक विश्वजीत राय, मीडिया सलाहकार दुर्गेश उपाध्याय मौजूद थे। इन नए प्रस्‍तावित एक्‍सप्रेस-वे के बारे में जानिए-

प्रयागराज वाराणसी एक्सप्रेस-वे
लंबाई : 110 किलोमीटर
तांत्रिक जिसने श्रीप्रकाश शुक्ला से पूछा- अब तक कितनी नरबलि दी? 101 पूरी करो, अजेय हो जाओगे

कुंभ नगरी प्रयागराज को बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी से जोड़ा जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे का फायदा ये होगा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आने वाले लोग गंगा एक्सप्रेस-वे के जरिए प्रयागराज तक आ सकेंगे। इसके बाद प्रयागराज से वाराणसी तक का सफर कुछ घंटों में तय कर सकेंगे। ये एक्सप्रेस-वे 6 लेन प्रस्तावित है।

मेरठ से हरिद्वार एक्सप्रेस-वे
लंबाई : 110 किलोमीटर
प्रयागराज से वाराणसी को जोड़ने के साथ-साथ मेरठ से हरिद्वार को भी जोड़ने की योजना है। ये एक्सप्रेस-वे छह लेन होगा। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से हरिद्वार जाने वाले श्रृद्धालु कम समय में पहुंच सकेंगे।

शाहजहांपुर से रामपुर एक्सप्रेस-वे
लंबाई : 100 किलोमीटर
गंगा एक्सप्रेस-वे से यह एक्सप्रेस-वे निकाला जाना प्रस्तावित है। यह एक्सप्रेस-वे बरेली होते हुए रामपुर तक जाएगा और उत्तराखंड की सीमा के पास समाप्त होगा। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से नैनीताल जाने वाले सैलानियों को अच्छी कनेक्टविटी मिल सकेगी। यह एक्सप्रेस-वे भी 6 लेन प्रस्तावित है।

चित्रकूट से प्रयागराज एक्सप्रेस-वे
लंबाई : 100 किलोमीटर
धार्मिक नगरी चित्रकूट को कुंभ नगरी प्रयागराज से एक्सप्रेस-वे के जरिए जोड़ा जाएगा। ये एक्सप्रेस-वे 4 लोन प्रस्तावित है। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण के पीछे मंशा है कि धार्मिक पर्यटन के लिए आने वाले श्रृद्धालु एक साथ चित्रकूट, प्रयागराज और वाराणसी का सफर तय कर सकें। इससे एक तरफ जहां धार्मिक पर्यटन बढ़ेगा।

झांसी लिंक एनएच 27 से बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे
लंबाई : 60 किलोमीटर
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को झांसी से भी जोड़ा जाएगा। इसके लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को जहां एनएच-27 क्रॉस कर रह है, वहीं पर निकाला जाएगा और झांसी तक ले जाया जाएगा। दरअसल झांसी डिफेंस कॉरिडोर का एक प्रमुख केंद्र होगा। ऐसे में यहां निवेश करने वाले इंवेस्टर्स को दिल्ली और लखनऊ तक अच्छी कनेक्टिवटी मिल सकेगी।

विंध्य एक्सप्रेस-वे चित्रकूट से मीरजापुर
लंबाई : करीब 110 किलोमीटर
विंध्य एक्सप्रेस-वे का निर्माण चित्रकूट से मीरजापुर तक किया जाना प्रस्तावित है। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही इस क्षेत्र में पर्यटन के लिए भी कई झरने और पहाड़ियां हैं। साथ ही मीरजापुर पिछड़े जिलों में है। एक्सप्रेस-वे के बनने से इस इलाके का भी विकास होगा।