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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भारतीय पुलिस सेवा संवर्ग (आईपीएस कैडर) के 24 पद और बढ़ गए हैं। वर्ष 2014 के बाद अब कैडर रिव्यू हुआ है जिसके तहत यह पद बढ़े हैं। केंद्रीय कार्मिक लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। इसके तहत अब प्रदेश में आईपीएस संवर्ग के 541 पद हो गए हैं। 2014 में पदों की संख्या 517 थी। इसमें सात पद पीपीएस से आईपीएस में पदोन्नति के शामिल किए गए हैं।
यूं तो आईपीएस का कैडर रिव्यू 2019 में ही होना था, किंतु इसमें समय लग गया। पद बढ़ने की अधिसूचना अब जारी हो सकी। हालांकि इसे 2019 का ही कैडर रिव्यू माना जाएगा। प्रदेश के कई शहर अब कमिश्नरेट बन गए हैं ऐसे में यहां आईपीएस अफसरों अधिक संख्या में लगाया गया है। आईपीएस संवर्ग के पदों को बढ़ाने का प्रस्ताव काफी पहले गया हुआ था। पीपीएस से आईपीएस में पदोन्नति के 157 पदों से बढ़कर अब 164 पद हो गए हैं। इसके अलावा कई और एसपी, आइजी व डीआइजी के भी पद बढ़ाए गए हैं।
उत्तर प्रदेश में आईपीएस अफसरों की संख्या बढ़ने से कानून-व्यवस्था दुरुस्त करने में अब सरकार को अधिकारियों से बेहतर मदद मिलेगी। काफी समय बाद आईपीएस कैडर रिव्यू मांग हो रही थी। सूबे में आईपीएस अफसरों की कमी को दूर करने के लिए कैडर रिव्यू की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी। आईपीएस कैडर रिव्यू के बाद अब 24 पद और बढ़ गए हैं।