नई दिल्ली। मैदानगढ़ी थाना पुलिस ने पत्नी की हत्या कर झूठी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने वाले आरोपित शख्स को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में व्यक्ति ने बताया कि वह पत्नी की शराब पीने की आदत से परेशान था। उसे शक था कि पत्नी शराब पीकर गलत काम करती है। उसके बार-बार मना करने पर भी जब वह नहीं मानी तो आरोपित ने भाई के साथ मिलकर पत्नी की हत्या कर दी और शव को असोला भाटी जंगल स्थित खाई में फेंक दिया।
पुलिस और पत्नी के मायके वालों को गुमराह करने लिए आरोपित पति ने मैदानगढ़ी थाने में गुमशुदगी भी दर्ज करा दी थी, लेकिन स से पूछताछ में आरोपित टूट गया और गुनाह कुबूल कर लिया। आरोपित की पहचान असोला गांव निवासी सुनील के रूप में हुई है। वह सप्ताहिक बाजार में दुकान लगाता था।
दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार सुनील ने 26 जून को मैदान गढ़ी थाने में पत्नी के गायब होने की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शिकायत में उसने कहा था कि उसकी पत्नी 13 जून को बिना बताए घर से चली गई। मामले के जांच अधिकारी इंस्पेक्टर संदीप मलिक को सुनील की भूमिका संदिग्ध लगी।
इंस्पेक्टर संदीप मलिक ने सुनील से सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कुबूल कर लिया। उसने बताया कि उसकी पत्नी हेमलता बहुत ज्यादा शराब पीती थी। वह शराब पीने के बाद घर से निकल जाती थी। सुनील को संदेह था कि उसकी पत्नी के अवैध संबंध हैं। ऐसे में उसने पत्नी की हत्या करने की साजिश रच डाली।
साजिश के तहत सुनील अपने भाई छोटू के साथ पत्नी को रिक्शे में बैठाकर असोला भाटी के जंगल में ले गया और वहां सुनील ने हेमलता की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के दौरान छोटू ने हेमलता के हाथ-पैर पकड़ रखे थे। हत्या के बाद शव को खाई में फेंक दिया। शव खाई में बीच में झाड़ियों में अटक गया था। इसके बाद दोनों घर आ गए।
जब सुनील को पता चला कि उसकी पत्नी के मायके वालों ने उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में मामला दर्ज करा दिया है तो बचने के लिए उसने मैदानगढ़ी में पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। इंस्पेक्टर संदीप मलिक की देखरख में एएसआई पंकज राजौरा और हवलदार सुखबीर की टीम ने सुनील को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर हेमलता का शव बरामद कर लिया गया है।