भाजपा ज्वाइन करते ही अपर्णा यादव आई जोश में, कर दिया ऐलान: यूपी में…

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नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने बड़ी पटखनी दे दी है। विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) अभी तक बीजेपी को झटका दे रहे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दरअसल, मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की छोटी बहू अपर्णा यादव आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई हैं। अपर्णा दिल्ली में भगवा दल में शामिल हुईं। बीजेपी जॉइन करने के बाद उन्‍होंने पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा और यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ से मुलाकात की।

बीजेपी की स्कीमों से प्रभावित रही हूं: अपर्णा
बीजेपी में शामिल होने के बाद अपर्णा यादव ने कहा कि मैं हमेशा से पीएम से प्रभावित रहती थी, मेरे चिंतन में सबसे पहले राष्ट्र है। अब मैं राष्ट्र की आराधना करने निकली हूं। मैं स्वच्छ भारत मिशन, महिलाओं के लिए स्वावलंबन जीवन समेत बीजेपी की अन्‍य सभी स्कीमों से प्रभावित रही हूं। मैं बीजेपी को धन्यवाद करती हूं कि उन्होंने मुझे पार्टी का हिस्सा बनने का मौका दिया।

नड्डा और योगी से की मुलाकात

यूपी बीजेपी अध्‍यक्ष स्‍वतंत्र देव ने किया स्‍वागत
इस मौके पर यूपी बीजेपी अध्‍यक्ष स्‍वतंत्र देव सिंह ने कहा कि मैं अपर्णा यादव जी का हृदय से स्वागत करता हूं। पश्चिम यूपी में चुनाव होने वाला है और SP के शासन में गुंडागर्दी को इतना महत्व दिया जाता है कि पश्चिम यूपी में कोई बेटी सुरक्षित नहीं थी। अपर्णा को शुरू से लगता था कि सीएम योगी के शासन में एक अच्छा सुशासन है।

कई दिनों की चर्चा के बाद आईं अपर्णा: केशव प्रसाद मौर्या
इस मौके पर केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि बहुत दिनों से चर्चा के बाद अपर्णा ने फैसला लिया। पीएम मोदी और सीएम योगी के नेतृत्व में जो विकास हो रहा है, यह देखते हुए बहुत लोग बीजेपी जॉइन कर रहे हैं। यूपी के पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश अपने परिवार में ही सफल नहीं है

कौन हैं अपर्णा यादव
इससे पहले सुबह करीब साढ़े दस बजे मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव बीजेपी मुख्यालय पहुंचीं। गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता हैं। इन्हीं के बेटे प्रतीक यादव की शादी अपर्णा यादव से हुई है। 2017 विधानसभा के दौरान साधना गुप्ता ने खुलकर मुलायम सिंह से प्रतीक यादव के लिए टिकट मांगा था। हालांकि बाद में प्रतीक यादव ने राजनीति में दिलचस्पी नहीं दिखाई। इस पर साधना के परिवार से अपर्णा सक्रिय राजनीति में आ गईं।