दवाइयां और ऑक्सीजन खरीदने वाले सावधान! पेमेंट ऐप पर हो रही ठगी

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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर, इंस्टाग्राम, फेसबुक अब यूजर्स के लिए एक ऐसी जगह बन चुके हैं जहां लोग हॉस्पिटल बेड्स, ऑक्सीजन सिलेंडर और कोविड-19 से जुड़ी अन्य जानकारियों के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। इन पोस्ट्स में मिल रही कई लीड्स या जानकारी कई लोगों को काफी मदद कर रही हैं।  लेकिन कईयों के लिए ये लीड्स खरतनाक भी बन रही हैं। इन प्लेटफॉर्म्स पर गलत और फेक जानकारी भी वायरल हो रही हैं जिसका फायदा धोखाधड़ी करने वाले लोग उठा रहे हैं।

सोशल प्लेटफॉर्म्स पर फेक ट्वीट्स भी हैं जहां पेमेंट डिटेल्स की भी जानकारी दी गई है। कई बार इन ट्वीट्स को इंफ्ल्यूएंसर भी सपोर्ट कर देते हैं। ऐसे में यूजर्स के लिए ये बहुत जरूरी हो गए है की वे ऐसे ट्वीट से बचकर रहें। यूजर अगर इन प्लेटफॉर्म के जरिए किसी से मदद ले रहे हैं तो उस व्यक्ति को फोन कर ये चेक कर लें की वो सर्विस जो आपकी चाहिए वो सच में दे रह है या नहीं, इसके बाद उसकी दी गई बैंक डिटेल्स को भी वेरीफाई कर लें। एक ट्विटर यूजर @Sugandhk ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि ट्विटर पर ये घोटाले कैसे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्कैमर्स ग्राहकों की जरूरत के आधार को देखते हुए सप्लायर दवा और सिलेंडर को दस गुना ज्यादा रुपये में बेच रहे हैं। 

डॉक्टर की मदद या ऑक्सीजन खरीद रहे हैं तो जरूरी जान ले ये बात 
अगर आप ट्विटर, इंस्टाग्राम, फेसबुक पर जाकर कोविड के लिए मदद या ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदने की सोच रहे हैं तो जरा सावधानी से चलें। क्योंकि ऐसे कई केसेस समाने आ रहे हैं जहां फ्रॉड करने वाले लोग फेक डॉक्टर और सप्लायर बन कर लोगों से एडवांस पैसे ले रहे हैं और उसके बाद उस यूजर को ब्लॉक कर दे रहे हैं। ये ठग वॉट्सऐप पे, गूगल पे और पेटीएम से पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहते हैं। जैसे ही इन्हें पैसे मिल जाते हैं ये आपको तुरंत ब्लॉक कर देते हैं जिसके बाद आप न तो उनके कॉल कर पायेंगे है और न ही मैसेज ही उन्हें जाएगा। हाल ही में आई रिपोर्ट्स में कई ऐसे खुलासे हुए हैं जिसमें ये बताया गया है कि, कई यूजर्स ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग के चलते ये जल्दबाजी कर रहे हैं और ऐसे गैंग का शिकार हो रहे हैं। 

ऐसे बचें इस स्कैम से 
>> इसके लिए सबसे पहले ये चेक करें की जहां से आपको मदद की लीड मिली है वो सही है या नहीं।
>> ज्यादातर स्कैमर्स हमेशा व्हाट्सऐप के जरिए ही आपसे कांटेक्ट कर रहे होते जिससे वो पैसे लेकर आसानी से आपको ब्लॉक कर सकें।
>> वैसे तो कॉल करने से कोई भी वेरीफाई नहीं होता है। इसलिए उस सप्लायर के बारे में जांच पड़ताल कर लें।
>> इसके अलावा कभी एडवांस में पैसा नहीं दें साथ ही पूरी सर्विस मिलने के बाद आप उसे फुल पेमेंट करें।
>> इसके साथ ही ट्विटर पर फ्रॉड एलर्ट्स के बारे में जानकारी लेते रहे हैं और दूसरों से भी पूछताछ करते रहे, जिससे आप फ्रॉड से बच पाएं।
>> गूगल ने हाल ही में बताया था कि, स्कैमर्स अक्सर उन भरोसेंद अथॉरिटी सोर्सेज को पोस्ट करते हैं जिसका इस्तेमाल लोग सबसे ज्यादा करते हैं। इसलिए आप सीधे हेल्थ मिनिस्ट्री की वेबसाइट पर जाकर इनके बारे में जानकारी लें।