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नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बाद भाजपा उनके इस्तीफे के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में राजघाट जाकर बापू की समाधि पर प्रार्थना की और भ्रष्टाचार के विरुद्ध संघर्ष जारी रखने का संकल्प किया।
सचदेवा ने कहा, आबकारी घोटाले में गिरफ्तारी के बाद अब केजरीवाल को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल को प्रेसवार्ता के नाम पर आगे बढ़ा रहे हैं। उन्हें पार्टी की कमान सौंपने की तैयारी है। कांग्रेस और लालू यादव, शरद पवार, अखिलेश यादव की पार्टी की तरह आप भी परिवारवादी पार्टियों की सूची में शामिल होने जा रही है।
यदि अपनी पत्नी के माध्यम से केजरीवाल को संदेश देना था तो उन्हें पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को संगरूर जाने के लिए कहना चाहिए था, क्योंकि वहां जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हो गई है।
उन्होंने बिना नाम लिए सुनीता केजरीवाल पर तंज कसा। कहा, अपने बच्चों की कसम खाकर केजरीवाल ने सरकारी गाड़ी, बंगला व सुरक्षा नहीं लेने की बात कही थी। इस कसम को तोड़ने वाले दिन उनकी पत्नी को प्रेसवार्ता कर विरोध करना चाहिए था। मुख्यमंत्री आवास पर करोड़ों खर्च करने का मामला सामने आने पर उन्हें इसका विरोध करना चाहिए था।
सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि उन्हें एक व्यक्ति ने ‘सफर स्वराज से शराब तक’ किताब लिखने का सुझाव दिया है। दिल्ली को लूटने वाला एक नादिर शाह था और अब यह मुख्यमंत्री हैं। यह दिल्ली के आम नागरिक की भावना है। यही कारण है केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आप नेताओं के कहने पर भी कार्यकर्ता बाहर नहीं निकले।
प्रदर्शन में सांसद डा. हर्षवर्धन, विधायक विजेंद्र गुप्ता, अजय महावर, मोहन सिंह बिष्ट, अभय वर्मा व अनिल वाजपेई, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता सहित भाजपा के कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।