मध्यप्रदेश में 48 घंटे में सुलझी ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री… पिता, बहनोई और भांजा गिरफ्तार

Blind murder mystery solved in Madhya Pradesh in 48 hours father, brother-in-law and nephew arrested
Blind murder mystery solved in Madhya Pradesh in 48 hours father, brother-in-law and nephew arrested
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श्योपुर: मध्य प्रदेश के श्योपुर में सब्जी विक्रेता की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने 48 घंटे के अंदर सुलझा लिया. इस मामले में पुलिस ने मृतक के पिता, बहनोई और भांजे को गिरफ्तार किया. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मृतक शराब के नशे में रोज अपने पिता को पीटता था. इससे परेशान होकर उन्होंने मिलकर उसकी हत्या कर दी. आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद सभी को जेल भेज दिया गया है.

श्योपुर जिले के विजयपुर कस्बे में बीते 14 अगस्त को भेसाई क्षेत्र में सिद्धबाबा की पहाड़ियों से सटे छोटे से तलाब में सब्जी विक्रेता राजकुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में लाश पड़ी मिली थी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू की. पुलिस ने घटना के 48 घंटे के अंदर ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री को सुलझा लिया. एसपी आलोक कुमार सिंह ने बताया कि बाप, बहनोई और भांजों ने मिलकर राजकुमार शाक्य की हत्या की थी. सबूत मिटाने के लिए शव को मोटर साइकिल पर रखकर भैंसाई गांव के तालाब में फेंक दिया था.

एसपी आलोक कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले को सुलझाने के लिए तीन टीमों का गठन किया गया था. वीडियो फुटेज साइबर सेल की मदद से अंधे कत्ल का पर्दाफाश किया. पुलिस ने जांच के दौरान मृतक की लोकेशन को ट्रेस किया. इसके बाद संदिग्ध लोगों की मोबाइल फोन को सर्विलांस पर लगाए गए और उनकी लोकशन की जांच की. फिर एक के बाद एक राज खुलते चले गए.

पुलिस की जांच में सामने आया कि घटना के समय गश्त चैकिंग अधिकारी कृष्णवीर कुशवाह को रात के करीब दो बजे आरोपी राजेन्द्र शाक्य, गुड्डू उर्फ नीतेश शाक्य मोटरसाइकिल से बाडखेडा रोड पर मिले थे. इस आधार पर दोनों से पूछताछ की गई और सच सबके सामने आ गया. मृतक के पिता मुंशी शाक्य, बहनोई राजेन्द्र शाक्य निवासी अर्रोद, भांजे दीपेंद्र शाक्य निवासी पचनया, नीतेश शाक्य निवासी अंबेडकर कॉलोनी मंडी विजयपुर आरोपी निकले.

आरोपियों ने हत्या की बात कबूली और पुलिस को बताया कि हम सभी मृतक के अत्याचारों से परेशान थे. इसलिए उसे मारने की योजना बनाई थी. पहले घर पर ही गमछे से राजकुमार का गला दबाया. इसके बाद शव को घर से दूर फेंकने की योजना बनाई. गुड्डू की मोटरसाइकिल से उसे भैंसाई गांव की तलैया में फेंक दिया. शव की पहचान न हो सके इसके लिए सिर पत्थर से कुचलने की कोशिश की थी. अब सभी आरोपी जेल की सलाखों के पीछे हैं.