यूपी में डेंगू का कहर: लखनऊ में 11 दिन में आए 460 केस, अब तक 7 संक्रमितों की मौत

Dengue havoc in UP: 460 cases in 11 days in Lucknow, 7 infected have died so far
Dengue havoc in UP: 460 cases in 11 days in Lucknow, 7 infected have died so far
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लखनऊ। यूपी में बेकाबू डेंगू अब खतरनाक स्तर पर पहुंच गया हैं।राजधानी लखनऊ में महज 11 दिन में 460 केस सामने आए हैं। वही इस सत्र में अब तक 7 संक्रमितों की मौत हो गई हैं। 48 घंटे के भीतर दूसरी मौत से हालात और बिगड़ गए हैं।

इस बीच शहरी इलाके में युद्ध स्तर पर एंटी लार्वा फॉगिंग की जा रही हैं। लखनऊ कमिश्नर रोशन जैकब खुद सुबह तड़के ही ग्राउंड जीरो पर उतर कर हालात का जायजा ले रही हैं।

नवम्बर में बेकाबू हुए हालात

लखनऊ समेत समूचे प्रदेश में डेंगू ने अक्टूबर में ही दस्तक दे दी थी। नवंबर आते ही यह शहरी इलाकों में डेंगू ब्लास्ट होने लगे। महज 11 दिन के भीतर 460 केस रिपोर्ट हुए हैं। यह सरकारी आकंड़े रहे, जानकारों की माने तो एक्चुअल केस इससे कही ज्यादा हो सकते हैं। बहरहाल आधिकारिक संख्या भले ही कम हो पर ट्रेंड यह जरूर बता रहा हैं कि डेंगू का डंक लगातार खतरनाक स्तर पर हैं।

दिन डेंगू केस रिपोर्ट
14 नवम्बर 45
13 नवम्बर 36
12 नवम्बर 44
11 नवम्बर 46
10 नवम्बर 45
9 नवम्बर 42
8 नवम्बर 41
7 नवम्बर 40
6 नवम्बर 42
5 नवम्बर 40
4 नवम्बर 39
59 साल के खालिद की हुई मौत

सोमवार को बुलाकी अड्डा निवासी 59 साल के डेंगू संक्रमित खालिद रहमान की मौत हो गई। वे लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। एक हफ्ता पहले महानगर के मिडलैंड अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान बुखार आने पर डेंगू की जांच करायी गई थी। जिसमें डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जानकारी के मुताबिक खालिद को सांस के रोग समेत कई बीमारियां थी। अस्पताल में कई दिनों से ICU में भर्ती थे। हालत गंभीर होने पर वेंटिलेटर सपोर्ट पर लिया गया था। जहां सोमवार को मौत हो गई।

अस्पतालों की OPD में मरीजों की लंबी कतारें

सरकारी अस्पतालों की OPD में बुखार रोगियों की भीड़ कम नहीं हो रही हैं। बुखार से बेहाल मरीज अस्पतालों में डॉक्टर का परामर्श लेने पहुंच रहे हैं हालांकि जबरदस्त भीड़ के कारण उन्हें दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा हैं। गंभीर रोगियों के लिए अस्पतालों में बेड की कमी नही हैं पर भर्ती मरीजों को सही तरीके से उपचार नही मिल पा रहा हैं। यही कारण है कि मरीज निजी अस्पतालों के रुख कर रहे हैं।

अगले 10 दिन बेहद अहम

SGPGI के डायरेक्टर प्रोफेसर आरके धीमन ने बताया कि डेंगू के लिए अगले 10 दिन बेहद अहम साबित होने वाले हैं। टेम्परेचर में गिरावट होने के साथ ही इसका असर कमजोर पड़ेगा पर तब तक बेहद सतर्कता जरूरी हैं। इस दौरान हल्की सी भी लापरवाही घातक साबित हो सकती हैं। फिलहाल डेंगू अपने चरम हैं इसलिए सतर्कता जरूरी हैं। फोकस बचाव पर करें बावजूद इसके यदि संक्रमित होते है तो लिक्विड डाइट में कमी न होने दें।

लखनऊ के राजनारायण लोकबंधु अस्पताल को कोविड का डेडिकेटेड अस्पताल बनाया गया हैं। शासन से निर्देश मिलने के बाद तत्काल इसे अमल में लाया गया हैं। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी को इसका नोडल अफसर बनाया गया हैं।