नई दिल्ली: ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें लाइट में सोने की आदत होती है. जबकि कुछ लोगों को बिल्कुल अंधेरा करके सोना पसंद होता है. ऐसे में एक स्टडी के जरिए शिकागो के नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के फीनबर्ग स्कूल ऑफ मेडिसिन ने लाइट जलाकर सोने से सेहत पर पड़ने वाले खतरे के बारे में बताया है. ऐसे में रिसर्चर्स ने बड़े शहरों में रहने वाले लोगों के लिए चेतावनी जारी की है. स्टडी में पाया गया कि किसी भी तरह की लाइट जलाकर सोने से यहां तक की डिम लाइट में सोने से भी व्यस्कों में मोटापा, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की संभावना बढ़ सकती है.
इस स्टडी के ऑथर, नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन फीनबर्ग स्कूल ऑफ मेडिसिन के डॉ मिंजी किम ने एक प्रेस रिलीज में कहा, स्मार्टफओन की लाइट, रात भर ऑन टीवी की लाइट या बड़े शहरों में होने वाला लाइट पॉल्यूशन. हम ऐसी जगह से घिरे हुए हैं जहां हमारे चारों तरफ 24 घंटे लाइट जलती रहती है. डॉ किम ने मेडिकल न्यूज टुडे को बताया कि एक छोटी सी लाइट से आने वाली रोशनी भी हमारे शरीर को प्रभावित करती है. डॉ, किम ने बताया कि उनके ग्रुप ने पहले भी कई स्टडी की हैं जिससे यह पता चला है कि डिम लाइट में सोने से भी हार्ट रेट और ब्लड ग्लूकोज लेवल बढ़ सकता है.
स्वीडन में उप्साला यूनिवर्सिटी के एक स्लीप एक्सपर्ट डॉ जोनाथन सेडर्नेस ने मेडिकल न्यूज टुडे को बताया कि जो वयस्क काफी लंबे समय तक लाइट के एक्सपोजर में सोते हैं, उन्हें आगे चलकर हृदय संबंधित रोग, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा आदि बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है.
नई स्टडी में सामने आई ये बात
इसे लेकर एक नई स्टडी की गई जिसमें 552 वयस्क महिलाओं और पुरुषों की नींद को ट्रैक किया गया. डॉ. किम ने कहा, नई स्टडी में हमने वयस्क लोगों की नींद और लाइट एक्सपोजर को 7 दिनों तक मापा. लोगों पर की गई यह स्टडी किसी लैब में नहीं बल्कि सभी लोगों की रुटीन जगहों पर ही की गई.
रिसर्च में पाया गया कि आधे से भी कम लोग कम से कम 5 घंटे के लिए अंधेरे कमरे में सोते हैं. जबकि आधे से ज्यादा लोग लाइट में सोते हैं. डॉ. किम ने कहा कि ये सभी लोग सोते समय डिम लाइट में सोते थे. रिसर्चर्स ने पाया कि लाइट के एक्सपोजर में सोने वाले इन सभी लोगों में हाई ब्लड प्रेशर का खतरा 74 फीसदी, मोटापे का खतरा 82 फीसदी और डायबिटीज का खतरा 100 फीसदी पाया गया.
अच्छी सेहत के लिए किस तरह सोना चाहिए?
डॉ. किम ने सलाह दी कि लोगों को सोते समय लाइट से दूर रहना चाहिए. अगर आपको लाइट में सोने की आदत है तो कम से कम लाइट का इस्तेमाल करें. उन्होंने आगे कहा कि सोते समय जितना हो सके, इलेक्ट्रॉनिक चीजों से दूर रहें और अगर आपके आसपास लाइट ज्यादा है तो स्लीपिंग मास्क का इस्तेमाल करें.
इसके अलावा डॉ. किम ने ये भी कहा कि अगर आपको रात के समय सेफ्टी के लिए लाइट जलानी भी है तो इसे ऐसी जगह पर रखें जहां से इसकी रोशनी सीधे आपकी आंखों पर ना लगे. उन्होंने कहा कि रात के समय के लिए कमरे में ब्लू लाइट की बजाय रेड लाइट का इस्तेमाल करें.