क्या आप भी 100 साल से ज्यादा जीना चाहते हैं? तो इन देश के लोगों को जरूर करें फॉलो

Do you also want to live beyond 100 years? So follow the people of these countries
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नई दिल्ली: दुनिया में आज भी ऐसे कई देश हैं, जहां लोग 100 वर्षों तक जीते हैं. इसलिए आप इन देशों से भी काफी कुछ सीख सकते हैं.

– जापान के ओकिनावा में लोग सबसे लंबा जीवन जीते हैं. क्योंकि यहां लोग बाकी जगहों की तुलना में तीन गुना ज्यादा सब्जियां और दो गुना ज्यादा फल खाते हैं. और यहां 55 वर्ष की उम्र के लोगों को बच्चा ही माना जाता है. जापान में हर डेढ़ हजार लोगों में एक व्यक्ति 100 साल तक जीता है.

– 100 साल तक जीने वालों की संख्या कनाडा में भी बढ़ रही है. और वहां इसका कारण है घनिष्ठ संबंध और स्वास्थ्य के प्रति सजगता. यहां के लोगों को आशावादी माना जाता है और वो डिप्रेशन से दूर रहते हैं. कनाडा में हर 4 हजार 400 लोगों में से एक व्यक्ति 100 साल तक जीता है

नींद है लंबे और स्वस्थ जीवन का रहस्य
इसी तरह ग्रीस में लोग नींद को काफी महत्व देते हैं. वहां लोग नियमित रूप से दोपहर के समय एक बार झपकी जरूर लेते हैं. समय और काम के प्रति वहां के लोगों का यही लचीलापन उन्हें उत्तरी अमेरिका के लोगों से 10 साल का अतिरिक्त जीवन देता है. इसलिए आपको नींद को महत्व देना है. हमारे देश में नींद को काफी Underrated माना जाता है. लोग ऐसा सोचते हैं कि सोते वही हैं, जो परिश्रमी नहीं होते. आज कम नींद लेना एक फैशन सा बन गया है. लेकिन सच्चाई ये है कि नींद का आपके स्वास्थ्य से सीधा संबंध होता है.

कम नींद बनाएगी चिड़चिड़ा और बीमार
अगर आप दिन में औसतन आठ घंटे की नींद नहीं लेते तो आपका स्वभाव चिड़चिड़ा रहने लगता है और आप तनाव से घिर जाते हैं. फिर यही तनाव आपकी आंखों से नींद को चुरा लेता है. इसे आप दक्षिण कोरिया के उदाहरण से समझ सकते हैं. आज दक्षिण कोरिया की गिनती दुनिया के Most Sleep Deprived Nations में होती है. यानी दक्षिण कोरिया दुनिया का एक ऐसा देश बन गया है, जहां लोग नींद से वंचित हो रहे हैं. वहां लोगों को नींद ही नहीं आती. दक्षिण कोरिया में औसतन एक व्यक्ति एक दिन में साढ़े 6 घंटे भी ठीक से नहीं सो पाता. वहां की राजधानी Seoul में ऐसे Clinics की संख्या हजारों में है, जहां लोग अच्छी नींद के लिए अपना इलाज कराने आते हैं.

खाते हैं 20-20 नींद की गोलियां
आपको ये बात जानकर हैरानी होगी कि इनमें से बहुत सारे लोग, हर रात 20-20 Sleeping Pills खा जाते हैं. लेकिन इसके बावजूद उन्हें नींद नहीं आती. तो सवाल है कि आखिर दक्षिण कोरिया के लोगों की आंखों से नींद गायब क्यों हो रही है?

देश की तरक्की पर नींद कुर्बान
इसकी पीछे की वजह काफी दिलचस्प है. दक्षिण कोरिया के लोग आज इसलिए ठीक से नहीं सो पा रहे हैं, क्योंकि उन्होंने अपने देश की आर्थिक तरक्की के लिए दशकों तक जाग कर काम किया है. अब उनका शरीर इस तरह से Programmed हो चुका है कि वो चाह कर भी 8 से 9 घंटे की जरूरी नींद नहीं ले पा रहे हैं. वर्ष 1953 में जब Korean War खत्म हुआ था, उस समय दक्षिण कोरिया दुनिया के सबसे गरीब देशों में था. वहां के आर्थिक हालात काफी खराब थे और लोगों को भूखमरी से संघर्ष करना पड़ा था. लेकिन आज 69 वर्षों के बाद दक्षिण कोरिया, दुनिया की 10 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गया है. तो इतने कम समय में दक्षिण कोरिया ने ये आर्थिक तरक्की कैसे हासिल की?

क्योंकि उसके पास ना तो सऊदी अरब की तरह कच्चे तेल के विशाल भंडार थे और ना ही वो अमेरिका और रशिया की तरह गैस और दूसरे प्राकृतिक संसाधनों से सम्पन्न था. लेकिन इसके बावजूद उसने दुनिया के नक्शे पर अपनी मजबूत पहचान बनाई और इसके लिए उसने Human Resources यानी मानव संसाधनों का इस्तेमाल किया. दक्षिण कोरिया की सरकारों ने अपने नागरिकों को ज्यादा परिश्रम करने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्हें उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए प्रेरित किया. अपने नागरिकों को बताया कि उनके द्वारा किए गए अविष्कार ही दक्षिण कोरिया को आर्थिक तरक्की दिला सकते हैं. इसीलिए दक्षिण कोरिया एक परिश्रमी देश बन कर उभरा, जिसने उसकी किस्मत बदल दी.

तकनीकी रूप से विकसित देश
आज दक्षिण कोरिया को तकनीकी रूप से दुनिया का सबसे विकसित देश माना जाता है. Samsung, Hyndai, LG, KIA और Posco जैसी बड़ी कम्पनियां, दक्षिण कोरिया ने ही दुनिया को दी हैं. Korean-Cinema और Korean-Drama पूरी दुनिया में लोकप्रिय है. इसके अलावा K-POP और B-T-S जैसे Band उसकी Soft Power हैं. और Korean-Beauty, दुनियाभर में दक्षिण कोरिया की पहचान का हिस्सा बन गया है. हालांकि दक्षिण कोरिया को आर्थिक और सामाजिक रूप से सम्पन्न बनाने के इस सफर ने वहां के लोगों को इस कदर थका दिया है कि वो अब नींद के लिए संघर्ष कर रहे हैं. आज दक्षिण कोरिया की गिनती उन देशों में होती है, जहां विकसित देशों के मुकाबले लोग सबसे ज्यादा काम करते हैं.

हर दिन लोग करते हैं इतना काम
दक्षिण कोरिया में औसतन एक व्यक्ति सालभर में 2 हजार 69 घंटे काम करता है. वहां लोगों के लिए दिन में 14 घंटे काम करना काफी आम बात है. एक रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण कोरिया के लोग प्रति दिन कम से कम साढ़े सात घंटे की नींद लेना चाहते हैं. लेकिन कई-कई घंटे काम करने से उनका शरीर अब इस तरह से Programmed हो चुका है कि वो चाह कर भी जरूरी नींद नहीं ले पाते. इसीलिए अब वहां अच्छी नींद के लिये लोग मोबाइल Apps, Sleeping Pills, दवाइयां और यहां तक कि शराब का भी सहारा ले रहे हैं.