आयुषी को पिता देवरिया में जलाने वाला था, चेकिंग के डर से मथुरा में फेंक दी लाश भरी ट्रॉली

Father was about to burn Ayushi in Deoria, for fear of checking, a trolley full of dead body was thrown in Mathura
Father was about to burn Ayushi in Deoria, for fear of checking, a trolley full of dead body was thrown in Mathura
इस खबर को शेयर करें

मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा में दिल्ली के बदरपुर में रहने वाली आयुषी की लाश एक ट्रॉली बैग में बरामद हुई थी। पुलिस ने हत्या के बाद मामले के खुलासा कर माता-पिता को गिरफ्तार किया था। वहीं पुलिस ने पूछताछ में आरोपी पिता ने बताया कि हत्या के बाद शव को देवरिया जलाने का प्लान था। आरोपी पिता ने बताया कि पुलिस चेकिंग के डर की वजह से मजबूरन शव को रात के अंधेरे में थाना राया क्षेत्र में फेंक दिया था। 18 नवंबर 2022 को मथुरा के थाना राया क्षेत्र के अंतर्गत यमुना एक्सप्रेसवे पर राया के पास झाड़ियों में खून से लथपथ ट्रॉली बैग में दिल्ली की बीसीए की छात्रा आयुषी (22) का शव मिला था। पुलिस ने 48 घंटे में शव की पहचान कर 21 नवंबर को हत्याकांड का खुलासा कर दिया। हत्यारोपी पिता नितेश यादव और मां ब्रजबाला को पुलिस ने गिरफ्तार कर 22 नवंबर को जेल भेजा दिया।

जेल जाने से पूर्व आयुषी के हत्यारोपी पिता नितेश यादव ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि आयुषी की 17 नवंबर की दोपहर 2 बजे ही मकान नबंर 2461, स्ट्रीट नंबर 65, ब्लॉक ई/2 मोलरबंद एक्सटेंशन बदरपुर नई दिल्ली में दो गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। आरोपी पिता ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि करीब 11 घंटे तक आयुषी के शव को एक कमरे में रखा। तड़के नितेश और उनकी पत्नी ब्रजबाला शव को ट्रॉली बैग में पॉली बैग में पैक करने के बाद देवरिया के लिए निकले। आरोपी पिता ने पुलिस को बताया कि देवरिया में ही शव को फूंकने का प्लान था। लंबी दूरी और पुलिस चेकिंग के डर से यमुना एक्सप्रेसवे के पास ट्रॉली बैग को फेंक दिया गया। थाना राया के प्रभारी निरीक्षक ओमहरि वाजपेयी ने बताया कि आरोपियों का प्लान था कि गांव जाकर बता देंगे कि बेटी का एक्सीडेंट हो गया था।

13 अक्टूबर को आर्य समाज मंदिर में दोनों ने की थी शादी
राजस्थान के भरतपुर निवासी छत्रपाल ने दिल्ली की आयुषी से 13 अक्तूबर 2021 को आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली थी। इससे छत्रपाल के परिजन बेखबर थे। आयुषी के परिजन इस शादी के पक्ष में नहीं थे। शादी के बाद एक भी बार आयुषी अपनी ससुराल नहीं गई। आरोप है कि हत्याकांड के 10 दिन पूर्व आयुषी की मां ने छत्रपाल को फोन करके कहा था कि बेटी से बात मत करना। वह तुम्हारी वजह से परेशान रहती है। छत्रपाल के पिता भारतीय सेना में रहे हैं। दिल्ली में छत्रपाल के दोस्त की गर्लफ्रेंड है, उसी के माध्यम से छत्रपाल और आयुषी की मुलाकात हुई। करीब 4 साल पहले दोनों ने अपने नंबर एक-दूसरे को दिए तो रोज मुलाकात होने लगी। फोन पर हुई बातचीत में छत्रपाल काफी व्यथित था। छत्रपाल ने 13 अक्टूबर को शादी होने की बात बताई थी।

पढ़ाई के दौरान छत्रपाल की आयुषी से हुई थी मुलाकात
मथुरा में बहुचर्चित आयुषी हत्याकांड के तार भरतपुर से जुड़े हैं। आयुषी ने जिस लड़के से सवा साल पहले आर्य समाज मंदिर में शादी की थी, वह भरतपुर जिले की वैर तहसील का निवासी है। आयुषी की मौत के बाद पूरे मामले से छत्रपाल और उसके परिजन ने दूरी बना रखी है। भरतपुर जिले की वैर तहसील के त्योहारी गांव निवासी छत्रपाल का परिवार वर्तमान में बयाना कस्बे में रहता है। छत्रपाल के पिता की सर्विस के दौरान परिवार दिल्ली में ही रहता था। पढ़ाई के दौरान छत्रपाल की आयुषी से मुलाकात हुई थी। मुलाकात नजदीकियों में बदल गई तो छत्रपाल और आयुषी ने शादी का फैसला कर लिया और 1 साल 3 माह पहले दोनों ने परिजनों को बिना बताए आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली थी। छत्रपाल बीते कई माह से बयाना स्थित घर में रह रहा है, उसने परिजन को शादी के बारे में कुछ भी नहीं बताया था।