बिहार में फिर बाढ़ का खतरा, गंगा-महानंदा समेत कई नदियां खतरे के निशान के पार

Flood threat again in Bihar, many rivers including Ganga-Mahananda cross the danger mark
Flood threat again in Bihar, many rivers including Ganga-Mahananda cross the danger mark
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पटना: यूपी-उत्तराखंड और नेपाल के तराई इलाकों में हुई बारिश के कारण गंगा समेत उत्तर बिहार की कई नदियों में एक बार फिर से उफान है। गंगा नदी भागलपुर के बाद कटिहार में खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गई है। वहीं महानंदा नदी कटिहार के तीन स्थानों पर लाल निशान को पार कर चुकी है। उधर, कमला मधुबनी में जबकि अधवारा नदी दरभंगा में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। घाघरा नदी सारण में एक बार फिर से लाल निशान को पार कर गई। उधर, वैशाली में बाया, सारण में माही व गंडकी, समस्तीपुर में नून, कटिहार में बरंडी और भागलपुर में घोघा नदी खतरे के निशान के ऊपर है।

गंगा नदी का जलस्तर कटिहार के काढ़ागोला में खतरे के निशान से 11 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गयी है। महानंदा कटिहार के आजमनगर में लाल निशान से 20 सेंटीमीटर, धबौल में 26 सेमी और कुरसेला में लाल निशान से 12 सेमी ऊपर पहुंच गयी है। कमला नदी मधुबनी के जयनगर में खतरे के निशान से 22 सेमी और झंझारपुर में 19 सेमी ऊपर है। अधवारा दरभंगा में खतरे के निशान से 32 सेमी और घाघरा सारण में 161 सेमी ऊपर है। कोसी सुपौल और कटिहार में लाल निशान के ऊपर है।

कोसी नदी में वीरपुर बराज पर 1.15 लाख क्यूसेक जबकि गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बराज पर 51 हजार क्यूसेक पानी है। जल संसाधन विभाग के अनुसार यदि बारिश की रफ्तार नहीं थमी तो नदियों के जलस्तर में और बढ़ोतरी हो सकती है।